दैनिक इंडिया न्यूज़, 6 अगस्त 2024, लखनऊ। भारतवर्ष के दिव्य भगवद्गीता स्वरूप, विश्ववन्द्य धर्म सम्राट पूज्यपाद स्वामी श्री करपात्री जी महाराज का अविर्भाव समारोह महाकालेश्वर मंदिर, लालकुआं, लखनऊ में सैकड़ों बटुकों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस समारोह में मुख्य अतिथि जितेन्द्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष संस्कृतभारती न्यास व सम्पर्क प्रमुख अवध प्रांत, तथा विशिष्ट अतिथि देवेन्द्र नाथ मिश्र, पूर्व अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षक संघ, की गरिमामयी उपस्थिति रही।
समारोह की शुरुआत पार्थिव रूद्राभिषेक से हुई, जो वैचारिक गोष्ठी और पुष्पांजलि के साथ समाप्त हुआ। मुख्य अतिथि जितेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि धर्म सम्राट पूज्यपाद श्री करपात्री जी का शरीर जलसमाधि ले चुका है, किंतु सूक्ष्म शरीर रूप में वह सदैव हम सब पर कृपा और आशीर्वाद बनाए हुए हैं। आज समस्त पूजा, यज्ञ और धार्मिक अनुष्ठानों में समापन घोष “धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भाव हो, विश्व का कल्याण हो, गौ हत्या बंद हो” के सूत्रधार करपात्री जी महाराज ही थे। सनातन धर्म को राजनैतिक मंच देने के लिए उन्होंने अखिल भारतीय रामराज्य परिषद का निर्माण कर सनातन राष्ट्र की कल्पना को साकार करने का महत्वपूर्ण कार्य किया। ऐसे दिव्य संत समाज को सद्मार्ग प्रशस्त करते रहे।
मुख्य अतिथि ने सप्तऋषि मिश्र का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे महान संत को शत-शत नमन सहित विनम्र पुष्पार्चन करने का अवसर मिला।
विशिष्ट अतिथि देवेन्द्र नाथ मिश्र ने चन्द्रमा की कलाओं से जीवन की गति और करपात्री जी महाराज के जीवन परिचय व कार्यों से सभी को आलोकित किया। अंत में समस्त अतिथियों, आचार्यों और बटुकों ने सामूहिक पुष्पांजलि अर्पित की। आचार्य शंकर ने सभी उपस्थित आमंत्रित अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया।