दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खेल अवसंरचना के विकास के लिए एक ऐतिहासिक पहल की है, जिसमें प्रदेश के 57,000 खेल मैदानों में से कम से कम 1000 मैदान फुटबॉल के लिए समर्पित किए जाएंगे। यह कदम भारतीय फुटबॉल संघ की अपेक्षाओं को पूरा करने के साथ-साथ प्रदेश में फुटबॉल के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश का खेल क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। राज्य ने महान खिलाड़ी दिए हैं, जैसे हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द, के0डी0 सिंह ‘बाबू’ और फुटबॉल में आकाश मिश्रा, जतिन बिष्ट, शमसी रजा, भुवन चन्द्र जोशी, वाजिद अली, मुश्ताक अली, हिना खातून, पिंकी कुमारी, और सपना झा। इन खिलाड़ियों ने प्रदेश और देश को गौरवान्वित किया है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खेल संस्कृति के विकास की सराहना की और बताया कि विगत 10 वर्षों में खेलो इंडिया अभियान, फिट इंडिया मूवमेंट, और सांसद खेल प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से एक नई खेल संस्कृति का विकास हुआ है। प्रदेश सरकार ने इन कार्यक्रमों के साथ जुड़कर खेलों को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रदेश सरकार ने ओलम्पिक, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, और विश्व चैम्पियनशिप में पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ाया है। अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी से जोड़ा गया है। इसी क्रम में टोक्यो ओलम्पिक और पेरिस ओलम्पिक में कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी ललित उपाध्याय को डिप्टी एस0पी0 पद पर नियुक्त किया गया है। पेरिस ओलम्पिक में पदक विजेता हॉकी टीम के सदस्य राजकुमार पाल को भी इसी पद पर नियुक्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ओलम्पिक, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, और विश्व चैम्पियनशिप में पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों और प्रतिभागियों के लिए इंसेंटिव और पुरस्कार की व्यवस्था की है। भूतपूर्व खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स कॉलेजों और स्पोर्ट्स हॉस्टल में प्रशिक्षक के रूप में नियुक्त किया जा रहा है और निजी खेल अकादमियों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है।
इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव, भारतीय फुटबॉल संघ के अध्यक्ष कल्याण चैबे, उत्तर प्रदेश क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य अवनीश कुमार सिंह, प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण आलोक कुमार, खेल निदेशक आर0पी0 सिंह और अन्य खेल पदाधिकारी व खिलाड़ीगण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल से न केवल उत्तर प्रदेश के खेलों का स्तर ऊंचा उठेगा, बल्कि राज्य के युवाओं को खेलों में करियर बनाने का एक सुनहरा अवसर भी मिलेगा। इस महत्वाकांक्षी योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश को देश के खेल मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान दिलाने का मुख्यमंत्री का सपना साकार होता नजर आ रहा है।