दैनिक इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली।पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी देने वाले एक शातिर युवक को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। इस युवक का नाम महेश पांडेय बताया गया है, जो धमकी भरे फोन कॉल करने के मामले में पुलिस की रडार पर था। पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने 2 नवंबर को एक प्रेस वार्ता में इस घटना का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पप्पू यादव को धमकी देने के मामले में पुलिस लगातार अनुसंधान कर रही थी और इस दौरान कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे, जिसके आधार पर महेश पांडेय को गिरफ्तार किया गया।
प्रारंभिक पूछताछ और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से इनकार
महेश पांडेय से प्रारंभिक पूछताछ में उसने स्पष्ट किया कि उसका कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कोई लेना-देना नहीं है। इसके बावजूद, पुलिस इस मामले को संदेह के घेरे में मानते हुए हर पहलू की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस का मानना है कि धमकी के पीछे कुछ बड़े कारण हो सकते हैं और इसलिए महेश पांडेय के संपर्कों की भी पड़ताल की जा रही है।
दुबई कनेक्शन का खुलासा, सिम कार्ड की जांच
पुलिस ने खुलासा किया कि धमकी देने में जिस सिम कार्ड का उपयोग किया गया था, वह दुबई का है। बताया जा रहा है कि महेश पांडेय की साली दुबई में रहती हैं और हो सकता है कि वही सिम कार्ड दुबई से मंगवाया गया हो। इस संदर्भ में एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि यह अंतरराष्ट्रीय संपर्क पुलिस की जांच का एक अहम हिस्सा बन गया है, और पुलिस यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि धमकी का यह कनेक्शन मात्र संयोग है या इसके पीछे कोई गहरी साजिश है। इस दिशा में पुलिस सभी संभावित एंगल्स पर गहराई से अनुसंधान कर रही है।
धमकी और लॉरेंस बिश्नोई गैंग का संदेह
गौरतलब है कि मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी मिली थी, और इस घटना के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम इस मामले में जुड़ने लगा। पप्पू यादव को धमकी भरा फोन कॉल मिलने के बाद, इसे लेकर राजनीतिक माहौल में भी उथल-पुथल मच गई। कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला केवल धमकी तक सीमित नहीं है बल्कि इसके पीछे कुछ और बड़ा कारण भी हो सकता है।
पुलिस की अगली कार्रवाई और जांच
पूर्णिया पुलिस ने महेश पांडेय को हिरासत में लेकर उससे गहन पूछताछ शुरू कर दी है। एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि धमकी देने के लिए कई नंबरों का उपयोग किया गया था, और उसी नंबर से यह गिरफ्तारी की गई है जिससे पहली बार धमकी दी गई थी। पुलिस दुबई कनेक्शन के अतिरिक्त अन्य संभावित संपर्कों की भी जांच कर रही है ताकि मामले की तह तक पहुंचा जा सके।
राजनीतिक माहौल में हलचल
इस मामले को लेकर राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। पप्पू यादव जैसे जनप्रतिनिधि को धमकी मिलने के बाद सुरक्षा के मुद्दे को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मची है। इस घटना से सांसदों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
जांच के दौरान नए तथ्यों के सामने आने की संभावना है, और पुलिस मामले से जुड़े हर एंगल को ध्यान में रखते हुए विस्तृत जांच कर रही है।