दैनिक इंडिया न्यूज नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक स्तर पर तेजी से उभर रहा है। इसी संदर्भ में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देहरादून स्थित द टोंसब्रिज स्कूल के वार्षिकोत्सव में हिस्सा लेते हुए छात्रों को प्रेरित किया। कार्यक्रम में पर्यावरणविद पद्मभूषण डॉ. अनिल जोशी ने भी शिरकत की।
छात्रों की प्रस्तुति ने मोहा मन, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की सीख पर बल
देहरादून के प्रेमनगर स्थित नंदा की चौकी में टोंसब्रिज स्कूल का वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और पर्यावरणविद डॉ. अनिल जोशी ने हवन यज्ञ में भाग लिया और स्कूल परिसर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर वृक्षारोपण किया।
कार्यक्रम में आईटीबीपी जवानों के बैंड प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। छात्रों ने गीत, नृत्य और कला के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। ओम बिरला ने इन प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए छात्रों को सम्मानित किया और उनकी हौसला अफजाई की।
“विद्यार्थी जीवन स्वर्णिम काल है” – ओम बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों से कहा, “विद्यार्थी जीवन सबसे स्वर्णिम काल होता है। यह वह समय है जब भविष्य की नींव रखी जाती है। अनुशासन, कला और संस्कार विद्यार्थी जीवन के अभिन्न अंग हैं। टोंसब्रिज स्कूल ने इन मूल्यों को बखूबी संजोया है।”
उन्होंने विद्यालय की सीडीएस जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा की सराहना करते हुए कहा, “यह प्रतिमा हमें अनुशासन और देशभक्ति की प्रेरणा देती है। विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों में राष्ट्रीय भावना विकसित करना सराहनीय कार्य है।”
पर्यावरण संरक्षण पर जोर
पद्मभूषण डॉ. अनिल जोशी ने छात्रों को जल, जंगल, और जमीन बचाने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा, “विद्यार्थियों को बचपन से पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाना जरूरी है। यह नई पीढ़ी ही भविष्य के भारत को पर्यावरण-अनुकूल बनाएगी।”
“21वीं सदी होगी भारत की शताब्दी”
ओम बिरला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “आज भारत ज्ञान, विज्ञान, शोध और आध्यात्म के संगम के कारण वैश्विक स्तर पर नेतृत्व कर रहा है। यह नई पीढ़ी की क्षमता और विचारों का ही परिणाम है। 21वीं सदी भारत की शताब्दी बनेगी।”
उन्होंने छात्रों से संसद का दौरा करने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे लोकतंत्र और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को समझने की प्रेरणा मिलेगी।
सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में स्कूल के चेयरमैन विजय नागर, निदेशक शैलेन्द्र बेंजामिन, प्रिंसिपल बेला सहगल, उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना और सीबीएसई के पूर्व क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह सहित कई गणमान्य अतिथि मौजूद थे।