दैनिक इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में कथित तौर पर तैनात महिला एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) कमांडो की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस तस्वीर ने व्यापक चर्चा को जन्म दिया है। कुछ लोगों का दावा है कि यह पहली बार है जब किसी महिला कमांडो को पीएम मोदी के सुरक्षा घेरे में देखा गया है, जबकि अन्य का कहना है कि यह महिला पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सुरक्षा में भी तैनात रह चुकी हैं।
वायरल तस्वीर पर नेताओं की प्रतिक्रिया
कई भाजपा नेताओं ने इस तस्वीर को साझा करते हुए महिला सशक्तिकरण की सराहना की है। मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने इसे अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर साझा करते हुए इसे “नारी शक्ति का प्रतीक” बताया। केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर महिला एसपीजी कमांडो की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “भारत की शान, नारी शक्ति की पहचान! SPG में ड्यूटी कर रही हमारी साहसी महिला अधिकारी देश की सुरक्षा में नया मानदंड स्थापित कर रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।”
चिक्काबल्लापुर से भाजपा सांसद डॉ. के. सुधाकर ने भी यही तस्वीर साझा की और लिखा, “प्रधानमंत्री की एसपीजी में महिला कमांडो! लड़ाकू पायलट से लेकर एसपीजी कमांडो तक, सशस्त्र बलों में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से महिलाओं को नए अवसर मिल रहे हैं।”
पहले भी देखी जा चुकी हैं महिला SPG कमांडो
हालांकि, इस तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह पहली बार है जब महिला कमांडो पीएम मोदी की सुरक्षा में देखी गई हैं। लेकिन यह सत्य नहीं है। 2015 में भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा में महिला एसपीजी कमांडो देखी गई थीं। जानकारी के मुताबिक, महिला कमांडो 2013 से एसपीजी का हिस्सा हैं और उन्हें उच्च-स्तरीय सुरक्षा में शामिल किया जा रहा है।
वायरल हो रही तस्वीर कथित तौर पर 26 नवंबर को संसद भवन की है, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू वहां पहुंच रही थीं। महिला एसपीजी अधिकारी आमतौर पर महिला आगंतुकों की तलाशी और सुरक्षा जांच की जिम्मेदारी संभालती हैं।
2015 के बाद से, महिलाओं को एसपीजी की क्लोज प्रोटेक्शन टीम (CPT) में शामिल किया गया है। वर्तमान में, एसपीजी में करीब 100 महिला कमांडो तैनात हैं। प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं और विशेष कार्यक्रमों के दौरान महिला एसपीजी अधिकारी सुरक्षा दल का हिस्सा होती हैं।
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप: महिलाओं की बढ़ती भूमिका
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) भारत का सबसे खास सुरक्षा बल है, जिसकी स्थापना 1985 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद की गई थी। एसपीजी का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री और उनके परिवार को संभावित खतरों से सुरक्षित रखना है।
एसपीजी में महिलाओं को शामिल करने की पहल 2013 में हुई, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर की सुरक्षा के लिए महिला कमांडो तैनात की गई थीं। इस पहल ने सुरक्षा बलों में महिलाओं की भूमिका को व्यापक बनाने का रास्ता खोला।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
वायरल तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी राय व्यक्त की है। इसे “नारी शक्ति” और “सुरक्षा क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी” का प्रतीक बताया जा रहा है। महिला एसपीजी कमांडो का योगदान इस बात को रेखांकित करता है कि भारत के सुरक्षा तंत्र में महिलाओं की भूमिका सशक्त और प्रेरणादायक बन रही है।
एसपीजी जैसी विशिष्ट इकाइयों में महिला कमांडो की उपस्थिति प्रधानमंत्री की सुरक्षा में विविधता और समावेशिता को बढ़ावा देती है। यह न केवल महिलाओं को समान अवसर प्रदान करता है, बल्कि सुरक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा भी देता है।