नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़: 76 गिरफ्तार, जस्ट डायल के माध्यम से हुआ था प्रचार

जस्ट डायल की लापरवाही से फूटा ठगी का बड़ा घोटाला, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को नुकसान

दैनिक इंडिया न्यूज़ ,नई दिल्ली । नोएडा के सेक्टर-63 में संचालित फर्जी कॉल सेंटर ‘इंस्टा सॉल्यूशन’ का पर्दाफाश कर पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इस गिरोह ने देश-विदेश के नागरिकों को अमेजन पार्सल, टेक्स सपोर्ट, और पे-डे लोन के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की। इस मामले में 9 युवतियों और 67 युवकों समेत कुल 76 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार आरोपियों में प्रमुख नाम अंकिता यादव, मोनिका वर्मा, सौरभ राजपूत, साजिद अली, सादिक ठाकुर, अहतसाम तक्की, रोहित रॉय, शाकिब, नवजोत, चेतन, आयुष झा, आफताब अली, शोएब, पिंटू कुमार, और साहिल शेख जैसे लोग शामिल हैं।

कैसे होता था फर्जीवाड़ा

डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी अमेरिकी और अन्य विदेशी नागरिकों को निशाना बनाते थे। ठगों का तरीका यह था कि वे स्काईप ऐप के जरिए खरीदे गए व्यक्तिगत डेटा का इस्तेमाल कर, मालवेयर भेजकर कंप्यूटर को संक्रमित कर देते थे। पीड़ितों के कंप्यूटर की स्क्रीन नीली हो जाती और उस पर एक हेल्पलाइन नंबर प्रदर्शित होता। जब पीड़ित उस नंबर पर संपर्क करते, तो ठग खुद को माइक्रोसॉफ्ट या अमेजन का अधिकारी बताकर समस्या के समाधान के लिए 99 डॉलर या उससे अधिक की रकम वसूलते थे।

जस्ट डायल की संदिग्ध भूमिका

चौंकाने वाली बात यह है कि इस फर्जी कॉल सेंटर का विज्ञापन जस्ट डायल के माध्यम से किया जा रहा था। बिना उचित KYC (Know Your Customer) और वैध दस्तावेजों की जांच किए, जस्ट डायल ने इस फर्जीवाड़े को बढ़ावा दिया। जब भी ऐसे फर्जी कॉल सेंटरों पर पुलिस कार्रवाई करती है, जस्ट डायल तत्काल उन्हें अपने पेज से हटा देता है। इससे उनकी जिम्मेदारी और नियत पर सवाल खड़े होते हैं।

गौतम बुद्ध नगर के मान्यता प्राप्त मोटर ट्रेनिंग स्कूल के अध्यक्ष लखविंदर सिंह ने जस्ट डायल को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा, “मैंने एक साल पहले भी जस्ट डायल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। मैं जल्द ही कानूनी कार्रवाई करूंगा और सरकार से आग्रह करूंगा कि जस्ट डायल को उनके कारनामों के लिए सजा मिले ताकि भविष्य में जनता ठगी से बच सके।”

पुलिस द्वारा बरामद सामान

गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं:

58 लैपटॉप

1 एप्पल मैकबुक

45 लैपटॉप चार्जर

2 राउटर

45 हेडफोन

24 मोबाइल फोन

अंतरराष्ट्रीय बदनामी और कार्रवाई की मांग

इस घटना ने भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को गहरी चोट पहुंचाई है। ऐसे फर्जीवाड़ों से न केवल नागरिकों का विश्वास टूटता है, बल्कि देश की प्रतिष्ठा भी दांव पर लग जाती है। साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह अनिवार्य हो गया है कि जस्ट डायल जैसे प्लेटफॉर्म पर सख्त निगरानी रखी जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।

जनता अब यह मांग कर रही है कि जस्ट डायल पर भी कानूनी कार्रवाई हो ताकि भविष्य में कोई भी कंपनी इस तरह की लापरवाही न कर सके। सरकार और जांच एजेंसियों को इस प्रकरण की तह तक जाकर जिम्मेदारों को दंडित करना चाहिए ताकि साइबर अपराध के बढ़ते खतरे पर अंकुश लगाया जा सके।

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