गलत जानकारी और गैर-पेशेवर रवैये से परेशान हुआ ग्राहक, वोडाफोन आइडिया की कार्यप्रणाली पर सवाल
दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ । दिल्ली से लखनऊ की यात्रा के दौरान वोडाफोन आइडिया के एक ग्राहक को नेटवर्क समस्या का सामना करना पड़ा। ग्राहक ने हाल ही में पोस्टपेड सिम लिया था, लेकिन यात्रा के दौरान इंटरनेट और कॉल की गंभीर समस्याएं होने लगीं। कस्टमर केयर से संपर्क करने पर उन्हें स्टोर जाकर समस्या सुलझाने को कहा गया, जो कि व्यावहारिक रूप से असंभव था।
स्टोर की गलत जानकारियां: वोडाफोन स्टोर ने ग्राहक को सिम लेते समय कई झूठी और भ्रामक जानकारियां दीं:
- सिक्योरिटी अमाउंट का भ्रम: स्टोर ने कहा था कि सिम पोस्टपेड से प्रीपेड में बदलने पर सिक्योरिटी अमाउंट तुरंत रिफंड होगा। लेकिन वोडाफोन आइडिया ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया।
- नेटवर्क समस्या का समाधान न करना: स्टोर पर समस्या का समाधान हो सकता था, लेकिन इसे नजरअंदाज किया गया, जिससे ग्राहक को पोस्टपेड से प्रीपेड करवाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
- 90 दिन की गलत जानकारी: स्टोर ने दावा किया कि सिम को 90 दिन के भीतर पोस्टपेड से प्रीपेड में बदला नहीं जा सकता, जो झूठा साबित हुआ।
सेल्स गर्ल का गैर-पेशेवर रवैया
समस्या के समाधान के बाद, वोडाफोन स्टोर की एक सेल्स गर्ल ने ग्राहक को संदेश भेजकर कहा, “हमने बड़ी मेहनत से आपका नंबर ढूंढा था। आपकी वजह से मेरी सैलरी कट रही है।” ग्राहक ने नाराजगी जाहिर करते हुए पूछा कि अगर उनकी सैलरी कटती है, तो क्या इसका भुगतान उपभोक्ता करेगा? उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या वोडाफोन कर्मचारी ग्राहकों पर एहसान कर रहे हैं या अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
ग्राहक की समस्या हल करने में ट्राई का योगदान
जब ग्राहक ने टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) को शिकायत की, तो वोडाफोन आइडिया हरकत में आया। ट्राई की सक्रियता से न केवल ग्राहक की नेटवर्क समस्या हल हुई, बल्कि वोडाफोन को अपनी लापरवाही सुधारने पर भी मजबूर होना पड़ा।
वोडाफोन आइडिया की कार्यप्रणाली पर सवाल
यह घटना वोडाफोन आइडिया की सेवा गुणवत्ता और ग्राहक प्रबंधन की कमियों को उजागर करती है। कंपनी के स्टोर द्वारा दी गई गलत जानकारी और कर्मचारियों का गैर-पेशेवर व्यवहार ग्राहकों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं।
ग्राहक ने ट्राई और उपभोक्ता फोरम से अपील की है कि वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता सेवा में सुधार न हुआ तो यह अन्य ग्राहकों के साथ भी दोहराया जा सकता है।