मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्योहारों को लेकर प्रशासन को दिए निर्देश, महाकुंभ और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर विशेष जोर

महाशिवरात्रि स्नान से लेकर होली और रमजान तक, कानून-व्यवस्था और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के निर्देश

अवैध घुसपैठियों की पहचान और लाउडस्पीकर नियंत्रण पर सख्त कार्रवाई के आदेश

लखनऊ, दैनिक इंडिया न्यूज़: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी पर्व-त्योहारों के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने शासन, जिला, रेंज, जोन और मंडल स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कानून-व्यवस्था बनाए रखने, धार्मिक आयोजनों के सुचारू संचालन और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत आठ वर्षों में प्रदेश में सभी धर्मों और संप्रदायों के पर्व-त्योहार सौहार्दपूर्ण वातावरण में आयोजित हुए हैं। इस परंपरा को आगे भी बनाए रखना होगा। उन्होंने महाशिवरात्रि, होलिकोत्सव, शब-ए-बारात, रमजान, नवरोज़, चैत्र नवरात्रि, राम नवमी और ईद-उल-फितर जैसे आगामी त्योहारों के दौरान विशेष सतर्कता रखने को कहा।

महाशिवरात्रि पर महाकुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु होंगे शामिल

मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रयागराज में महाकुंभ का अंतिम स्नान होगा, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति संभावित है। इस दौरान ट्रैफिक, यातायात और रूट प्लान को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।

  • श्रद्धालुओं को संगम स्नान के लिए कम से कम पैदल चलना पड़े, यह सुनिश्चित किया जाए।
  • संगम में जल की गुणवत्ता बनी रहे, इसके लिए निरंतर मॉनिटरिंग की जाए।
  • चेकर्ड प्लेट और पांटून पुलों का पुनः परीक्षण कर सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
  • महाकुंभ में सेवा दे रहे सभी दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को तत्काल मानदेय भुगतान किया जाए।
  • पड़ोसी जिलों से समन्वय कर भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम में महाशिवरात्रि पर 15 से 25 लाख श्रद्धालु पहुंच सकते हैं, जिसके लिए सुरक्षा और ट्रैफिक प्लान को मजबूत किया जाए। इसी प्रकार, अयोध्या के नागेश्वरनाथ धाम और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आएंगे।

होली, रमजान और अन्य त्योहारों पर विशेष सतर्कता

मुख्यमंत्री ने होलिका दहन (13 मार्च) और होलिकोत्सव (14 मार्च) को लेकर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया, क्योंकि इस दिन शुक्रवार भी होगा। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के दृष्टिकोण से यह संवेदनशील अवसर है

  • संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती हो।
  • पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग करे और पीआरवी-112 पूरी तरह सक्रिय रहे।
  • सोशल मीडिया पर अफवाहों को लेकर कड़ी निगरानी रखी जाए।
  • पारंपरिक शोभायात्राओं से पूर्व विशेष सफाई अभियान चलाया जाए।
  • महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष उपाय किए जाएं।

अवैध घुसपैठियों की पहचान और ई-रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन अनिवार्य

मुख्यमंत्री ने अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और घुसपैठियों की पहचान कर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा, ई-रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन कराने के आदेश दिए, ताकि किसी भी असामाजिक तत्व को प्रवेश का अवसर न मिले।

  • स्ट्रीट वेंडर्स और अवैध टैक्सी स्टैंड को हटाने के निर्देश।
  • सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कर आवागमन सुगम बनाया जाए।
  • धर्मस्थलों के आसपास भिक्षावृत्ति को नियंत्रित किया जाए।

लाउडस्पीकर नियमों के पालन पर सख्ती

मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मस्थल परिसरों से बाहर लाउडस्पीकर की आवाज नहीं आनी चाहिए। यदि कोई इसका उल्लंघन करता है तो उसे पहले नोटिस दिया जाए और फिर समन्वय के माध्यम से लाउडस्पीकर हटवाया जाए। यदि इसके बावजूद नियमों का उल्लंघन होता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाए।

बोर्ड परीक्षाओं की शुचिता पर विशेष जोर

मुख्यमंत्री ने माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं को नकलविहीन संपन्न कराने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि परीक्षा की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। महाकुंभ के अंतिम स्नान, महाशिवरात्रि, होली, रमजान और अन्य प्रमुख आयोजनों को लेकर कड़े सुरक्षा इंतजाम करने के आदेश दिए गए हैं। लाउडस्पीकर के अनियंत्रित उपयोग पर सख्ती, अवैध घुसपैठियों की पहचान, ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने और धार्मिक स्थलों की स्वच्छता को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया।

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