निरंकारी मिशन के ‘प्रोजेक्ट अमृत’ का तृतीय चरण

स्वच्छ जल, स्वच्छ मन की ओर एक सार्थक पहल

दैनिक इंडिया न्यूज़ ,नई दिल्ली/एटा, 21 फरवरी 2025: संत निरंकारी मिशन के सेवा भाव और मानव कल्याण के संकल्प को साकार करने हेतु ‘प्रोजेक्ट अमृत’ के अंतर्गत ‘स्वच्छ जल, स्वच्छ मन’ अभियान के तृतीय चरण का भव्य शुभारंभ रविवार, 23 फरवरी 2025 को यमुना नदी के छठ घाट, आईटीओ, दिल्ली में किया जाएगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज और निरंकारी राजपिता रमित जी की पावन उपस्थिति रहेगी। इसी क्रम में, उत्तर प्रदेश के एटा ब्रांच में भी इस परियोजना का आयोजन आगरा रोड स्थित हजारा नहर पर होगा, जहां सैकड़ों निरंकारी भक्त और सेवादार इस महाअभियान में सहभागिता करेंगे।

जल संरक्षण और स्वच्छता का संकल्प

संत निरंकारी मिशन ने बाबा हरदेव सिंह महाराज की प्रेरणाओं को आत्मसात करते हुए वर्ष 2023 में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से ‘प्रोजेक्ट अमृत’ की शुरुआत की थी। इस अभियान का उद्देश्य केवल जल स्रोतों की स्वच्छता सुनिश्चित करना नहीं, बल्कि जल संरक्षण को जनमानस की जीवनशैली का अभिन्न अंग बनाना है। नदियों, झीलों, तालाबों, कुओं और झरनों के संरक्षण को समर्पित इस अभियान ने अपने पहले दो चरणों में अभूतपूर्व सफलता हासिल की। इस प्रेरणा से तृतीय चरण को और अधिक व्यापक, प्रभावी और दूरगामी दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है, जिससे समाज में जागरूकता, सेवा और समर्पण की सशक्त लहर उत्पन्न हो सके।

देशभर में ऐतिहासिक अभियान

संत निरंकारी मंडल के सचिव जोगिंदर सुखीजा ने बताया कि इस वृहद अभियान को देशभर में 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 900 से अधिक शहरों में 1,600 से ज्यादा स्थानों पर एक साथ आयोजित किया जाएगा। इस महाअभियान की व्यापकता इसे ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान करेगी, जिससे जल संरक्षण और स्वच्छता का संदेश जन-जन तक प्रभावी रूप से पहुंचेगा।

दिल्ली में इस अभियान को ‘आओ सवारें, यमुना किनारे’ के प्रेरक संदेश के साथ आयोजित किया जा रहा है। इसमें निरंकारी मिशन के लगभग 10 लाख स्वयंसेवकों के साथ इंद्रप्रस्थ, जेएनयू और दिल्ली विश्वविद्यालय सहित विभिन्न शिक्षण संस्थानों के युवा भी सहभागिता करेंगे। अभियान के दौरान गीतों की संगीतमय प्रस्तुतियों, समूह गान, जागरूकता संगोष्ठियों और सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से जलजनित रोगों और स्वच्छता के प्रति जन-जागरूकता को बढ़ावा दिया जाएगा।

समाज कल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास

संत निरंकारी मिशन का यह प्रयास केवल जल संरक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह युवा पीढ़ी को समाज कल्याण की दिशा में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित करने का भी सशक्त माध्यम बनेगा। सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज का संदेश भी यही है कि हम इस धरती को और अधिक सुंदर स्वरूप में आने वाली पीढ़ियों के लिए छोड़कर जाएं। ‘प्रोजेक्ट अमृत’ इसी संकल्प का साकार स्वरूप है, जो समाज को जागरूकता, सेवा और समर्पण की ओर प्रेरित करेगा।

Share it via Social Media

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *