
प्रधानमंत्री मोदी के विजन से महाकुंभ बना वैश्विक आयोजन
66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में लगाई आस्था की डुबकी
दैनिक इंडिया न्यूज़ ,प्रयागराज महाकुंभ 2025 को ऐतिहासिक बनाने में मीडिया की अहम भूमिका रही। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभनगर स्थित डिजिटल मीडिया सेंटर में मीडिया प्रतिनिधियों से संवाद किया और उनकी भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मीडिया के व्यापक प्रचार-प्रसार से यह आयोजन वैश्विक स्तर पर पहचान बना सका।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मीडिया ने इसे केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन बनाया। दिन हो या रात, ठंड हो या चिलचिलाती धूप, मीडिया अनवरत कार्यरत रहा। जिस प्रकार गंगा की धारा बहती रही, उसी प्रकार मीडिया भी निरंतर प्रवाहित रहा।”
आस्था और आर्थिकी का नया कीर्तिमान
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ को आस्था और आर्थिकी का संगम बताते हुए कहा कि इस आयोजन में 66 करोड़ 30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में स्नान किया, जिससे पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा मिली। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने आध्यात्मिक पर्यटन (Spiritual Tourism) की अपार संभावनाओं को साबित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “उत्तर प्रदेश में अयोध्या, काशी, मां विंध्यवासिनी धाम, गोरखपुर, शुकतीर्थ और नैमिषारण्य जैसे तीर्थ स्थलों पर 2024 में 65 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे। अकेले प्रयागराज महाकुंभ में 45 दिनों में 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु आए, जो एक नया रिकॉर्ड है।”
महाकुंभ के लिए आधुनिक बुनियादी ढांचा
महाकुंभ 2025 के आयोजन के लिए राज्य सरकार ने 7.5 हजार करोड़ रुपये खर्च कर स्थायी और अस्थायी निर्माण कार्य कराए। इन कार्यों के अंतर्गत—
✔ 12,500 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई गई।
✔ 1 लाख से अधिक टेंट स्थापित किए गए।
✔ 8,000 आश्रमों व संस्थानों को भूमि आवंटित की गई।
✔ 1.5 लाख शौचालय बनाए गए।
✔ 7 रिवर फ्रंट और 12 किलोमीटर के 9 अस्थायी घाट तैयार किए गए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रयागराज को इस आयोजन से स्थायी और अस्थायी इन्फ्रास्ट्रक्चर की सौगात मिली है, जिससे शहर स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हुआ है।
आध्यात्मिक पर्यटन के पांच नए कॉरिडोर
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के माध्यम से प्रदेश में आध्यात्मिक पर्यटन को नई ऊंचाई देने की बात कही। उन्होंने बताया कि इस आयोजन से उत्तर प्रदेश में पांच आध्यात्मिक पर्यटन कॉरिडोर विकसित किए गए—
- प्रयागराज-मिर्जापुर-काशी कॉरिडोर
- प्रयागराज-अयोध्या-गोरखपुर कॉरिडोर
- प्रयागराज-लालापुर-राजापुर-चित्रकूट कॉरिडोर
- प्रयागराज-लखनऊ-नैमिषारण्य कॉरिडोर
- प्रयागराज-बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे-आगरा-मथुरा-वृंदावन कॉरिडोर
मीडिया और प्रयागराजवासियों के धैर्य की सराहना
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और दुनिया के मीडिया ने महाकुंभ को सकारात्मक रूप से जनता तक पहुंचाया। उन्होंने प्रयागराजवासियों के अनुशासन और सहयोग की भी सराहना करते हुए कहा, “लॉकडाउन के दौरान जब कई देशों में लोग सड़कों पर आ गए थे, तब भारत की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अनुशासन बनाए रखा। इसी तरह प्रयागराजवासियों ने महाकुंभ के दौरान 45 दिनों तक धैर्य और सहयोग का परिचय दिया।”
स्वच्छता और सामाजिक सेवा के लिए विशेष अभियान
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि महाकुंभ समापन के बाद अगले 15 दिनों तक एक बड़े स्वच्छता अभियान की शुरुआत की जाएगी। इस दौरान—
✔ स्वच्छता कर्मियों का सम्मान किया गया और उनके लिए योजनाओं की घोषणा की गई।
✔ नाविकों का सम्मान किया गया, जिनकी भूमिका निषादराज की भांति रही।
✔ परिवहन निगम के चालकों का भी अभिनंदन किया गया।
नेत्र कुम्भ में 2.25 लाख लोगों का इलाज
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ में नेत्र कुम्भ का आयोजन किया गया, जिसमें—
✔ 2.25 लाख लोगों की मुफ्त ओपीडी जांच हुई।
✔ 1 लाख से अधिक लोगों को मुफ्त चश्मे वितरित किए गए।
✔ 17,000 लोगों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन किए गए।
वैश्विक स्तर पर शोध का विषय बना महाकुंभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ अब वैश्विक शोध का विषय बन चुका है। IIM और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से अनुरोध आ रहे हैं कि यहां के भीड़ प्रबंधन और आस्था-आर्थिकी के समन्वय पर टॉक शो आयोजित किए जाएं।
वरिष्ठ नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा, श्रम मंत्री अनिल राजभर, परिवहन राज्य मंत्री दयाशंकर सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर, अपर निदेशक अंशुमान राम त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।