हरिंद्र सिंह/डीडी इंडिया न्यूज
15 जिलों में 01- 01 कोरोना संक्रमित मरीज
आगरा, अलीगढ़, अमेठी, अमरोहा, औरैया, अयोध्या, आजमगढ़, बदायूं, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, बहराइच, भदोही, बिजनौर, चन्दौली, चित्रकूट, देवरिया, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गाजीपुर, गोण्डा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जालौन, जौनपुर, कानपुर नगर, कासगंज, कुशीनगर, ललितपुर, महराजगंज, महोबा, मैनपुरी, मऊ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, प्रतापगढ़, रामपुर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सोनभद्र और उन्नाव में कोविड का एक भी मरीज नहीं
पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 12 नए मामलेे,
03 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज
बिस्तार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर प्रभावी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराया जाए। मास्क की अनिवार्यता के प्रति लोगों को जागरूक किया जाये। उन्होंने ट्रेसिंग एवं टेस्टिंग का कार्य सतत जारी रखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 12 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 03 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 99 है।
मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि प्रदेश के 48 जनपदों, आगरा, अलीगढ़, अमेठी, अमरोहा, औरैया, अयोध्या, आजमगढ़, बदायूं, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, बहराइच, भदोही, बिजनौर, चन्दौली, चित्रकूट, देवरिया, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गाजीपुर, गोण्डा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जालौन, जौनपुर, कानपुर नगर, कासगंज, कुशीनगर, ललितपुर, महराजगंज, महोबा, मैनपुरी, मऊ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, प्रतापगढ़, रामपुर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सोनभद्र, और उन्नाव में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। 15 जिलों में 01-01 कोरोना संक्रमित मरीज हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.7 प्रतिशत है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 01 लाख 58 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 08 करोड़ 54 लाख 26 हजार 442 कोविड टेस्ट किये जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार लक्षित आयु वर्ग के सभी नागरिकों को कोरोना टीकाकरण का सुरक्षा कवच निःशुल्क उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में टीकाकरण कार्य तेजी से किया जा रहा है। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि राज्य में गत दिवस तक 13 करोड़ 96 लाख 83 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। 10 करोड़ 16 लाख 75 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली डोज प्राप्त हो चुकी है। 03 करोड़ 80 लाख 07 हजार से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा चुकी है। इस प्रकार, लक्षित आयु वर्ग के 68.97 प्रतिशत लोगों ने कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज तथा 25.78 प्रतिशत लोगों ने टीके की दोनों डोज प्राप्त कर ली है।
मुख्यमंत्री जी ने कोरोना वैक्सीनेशन को तेज करने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित कर कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि गांवों में कोरोना वैक्सीनेशन के कार्यों को तेज करने की आवश्यकता है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग गांवों में शिफ्टवाइज वैक्सीनेशन कार्यों में तेजी लाए। उन्होंने कहा कि स्कूलों और कॉलेजों में भी वैक्सीनेशन सेन्टर स्थापित कर कोरोना टीकाकरण अभियान को तेज किया जाए।
बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि प्रदेश में अब तक जीका वायरस के 127 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। जनपद कानपुर नगर में 123, जनपद लखनऊ में 03 तथा जनपद कन्नौज में 01 केस की पुष्टि हुई है। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में जीका वायरस के संक्रमण के दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि इस वायरस से संक्रमित प्रत्येक मरीज के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाये। ट्रेसिंग व टेस्टिंग को और तेज किया जाए। आशा कार्मियों तथा निगरानी समितियों का पूर्ण सहयोग लिया जाए। डेंगू जैसी मच्छरजनित बीमारियों से प्रभावित जनपदों में रोगियों के उपचार के लिए सभी प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने सभी जनपदों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग का कार्य पूरी सक्रियता से नियमित रूप से संचालित किये जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में 01 नवम्बर, 2021 से धान क्रय प्रारम्भ हो चुका है। राज्य में 04 हजार से अधिक धान क्रय केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। ए0डी0एम0, एस0डी0एम0, तहसीलदार सहित सभी प्रमुख अधिकारी प्रत्येक दिन क्रय केन्द्रों का स्थलीय निरीक्षण करें। जनपद स्तर पर नोडल अधिकारी तैनात करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी किसान के साथ घटतौली न होने पाए। किसानों की जरूरतों और सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए। धान क्रय से जुड़ी किसी भी प्रक्रिया में लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।