बलूचिस्तान की प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को बताया ‘दरिंदा देश’, सेना को कहा ‘कसाई से भी बत्तर’

भारत के पाकिस्तान-प्रेमी नेताओं पर भी साधा करारा प्रहार

दैनिक इंडिया न्यूज़ नई दिल्ली ।पाकिस्तान, जो स्वयं को “इस्लामिक गणराज्य” कहता है, आज मुसलमानों के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है। बलूचिस्तान की प्रधानमंत्री ने हाल ही में दिए गए एक ऐतिहासिक बयान में पाकिस्तान और उसकी सेना को “दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम संहारक” और “दरिंदा देश” करार दिया है। उन्होंने दो टूक कहा कि पाकिस्तान ने बांग्लादेश, बलूचिस्तान, अफगानिस्तान और कश्मीर में मुसलमानों के खिलाफ जो अमानवीय अत्याचार किए हैं, वे मानव सभ्यता के इतिहास में सबसे घिनौने अपराध हैं।

बांग्लादेश का रक्तरंजित इतिहास: 1971 का सबसे बड़ा मुस्लिम नरसंहार


1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तान सेना द्वारा किए गए नरसंहार में तीन से तीस लाख निर्दोष लोगों की हत्या की गई और लाखों महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ। इस भयावह त्रासदी ने पाकिस्तान के क्रूर चेहरे को पूरी दुनिया के सामने उजागर कर दिया था।

बलूचिस्तान: आज भी जारी जुल्म की कहानी

बलूचिस्तान में आज भी पाकिस्तान सेना द्वारा अपहरण, हत्या और बलात्कार का सिलसिला थमा नहीं है। वर्ष 2022 में ही लगभग 195 नागरिकों की हत्या और 629 लोगों के गायब होने के आंकड़े दर्ज किए गए। बलूच जनता दशकों से इस अन्याय के खिलाफ लड़ रही है, लेकिन पाकिस्तान सरकार और सेना अपने अत्याचारों से पीछे नहीं हटती।

अफगानिस्तान और कश्मीर में दहशत फैलाने का जिम्मेदार

पाकिस्तान की एजेंसियां अफगानिस्तान में आतंकी संगठनों को पाल-पोस कर वहां हजारों मुसलमानों की हत्या करवा चुकी हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाकर पाकिस्तान ने निर्दोष कश्मीरी मुसलमानों और हिंदुओं दोनों का खून बहाया है।

पाकिस्तानी सेना पर गंभीर आरोप: ‘जहां पैसा, वहीं कत्लेआम’

बलूच पीएम ने पाकिस्तान सेना पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए कहा,

“जहां भी पाकिस्तान आर्मी को पैसा मिलता है, वहां यह हत्या करने पहुंच जाती है। इनके लिए खून बहाना एक व्यापार बन चुका है। ये सेना अब कसाई भी नहीं रही, बल्कि कसाई से भी पत्थर बन चुकी है, जिसमें मानवता का एक भी अंश बाकी नहीं बचा।”

उन्होंने पाकिस्तान आर्मी को “दरिंदगी का सबसे घिनौना रूप” करार दिया और दुनिया से आह्वान किया कि ऐसे ‘नरसंहार मशीन’ के खिलाफ ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।

भारत के पाकिस्तान-प्रेमी नेताओं पर करारा हमला
बलूचिस्तान की प्रधानमंत्री ने भारत के कुछ नेताओं — असदुद्दीन ओवैसी, राहुल गांधी और ममता बनर्जी — को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि,

“जो नेता पाकिस्तान प्रेम दर्शाते हैं, उन्हें एक बार पाकिस्तान जाकर देखना चाहिए कि वहां मुसलमानों के साथ कैसे जानवरों से भी बदतर व्यवहार होता है। जिन मुसलमानों ने विभाजन के समय पाकिस्तान को अपना वतन चुना था, आज वही वहां ‘काफिर’ कहे जाते हैं, उनकी बेटियों का अपहरण कर बलात्कार किया जाता है।”

बलूच पीएम ने व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा कि यदि इन नेताओं को पाकिस्तान से इतना प्रेम है तो वे वहीं जाकर बस जाएं, तब स्वयं अनुभव कर सकेंगे कि पाकिस्तान कैसा “नरक का द्वार” बन चुका है।

दुनिया में सबसे अधिक वीजा रिजेक्शन वाला देश: पाकिस्तान

बलूच पीएम ने यह भी बताया कि पाकिस्तान आज दुनिया में सबसे अधिक वीजा रिजेक्शन झेलने वाला देश है। इसकी वजह है पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों, कट्टरता और मानवाधिकार हनन की बदनाम छवि, जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय समाज भी पाकिस्तान से दूरी बना रहा है।

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