(CAAP) मलिहाबाद चैप्टर ने चार गांवों में सरकारी योजनाओं की पहुंच बढ़ाने में हासिल की महत्वपूर्ण भूमिका

दैनिक इंडिया न्यूज़, लखनऊ ।कलेक्टिव एक्शन अगेंस्ट पॉवर्टी (CAAP) के मलिहाबाद चैप्टर ने हाल के महीनों में क्षेत्र के चार गांवों – पुरवा, डुलारमऊ, दीदेमऊ और तिलसुआ – में सरकारी कल्याणकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करने में उल्लेखनीय प्रगति की है। संगठन ने सरकारी अधिकारियों और सामुदायिक नेताओं के साथ मिलकर स्थानीय निवासियों की समस्याओं को समझा और उन्हें आवश्यक योजनाओं से जोड़ने का प्रयास किया।

CAAP ने अपने प्रयासों की शुरुआत प्रशासनिक अधिकारियों के साथ रणनीतिक बैठकों की श्रृंखला से की, जिनमें खंड विकास अधिकारी (BDO) रविंद्र मिश्रा, सहायक विकास अधिकारी (कृषि) मानवेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपूर्व भटनागर और बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO) जिया श्याम शामिल रहे। यह कार्य उप-जिलाधिकारी (SDM) अंकित कुमार के मार्गदर्शन में संचालित हुआ, जबकि पूर्व SDM गुंजिता अग्रवाल और सौरभ सिंह का भी संगठन को महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ।

ग्राम स्तर पर भी संगठन ने मजबूत संबंध स्थापित किए। ग्राम प्रधान दिव्या सिंह और अखिलेश सिंह (पुरवा), अजय (डुलारमऊ), सुशीला यादव (तिलसुआ), बीना कनौजिया (दीदेमऊ) तथा सचिव अमृता निगम (दीदेमऊ) का सक्रिय सहयोग रहा। स्वास्थ्य क्षेत्र से ASHA समन्वयक BCPM मितलेश सिंह और ASHA कार्यकर्ताओं – नीतू सिंह, मितलेश कुमारी (दीदेमऊ), उर्मिला (डुलारमऊ), रेखा रावत, पुष्पा देवी (तिलसुआ), पूनम निगम और गायत्री वर्मा (पुरवा) ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

इसके अतिरिक्त, राजस्व निरीक्षक कालिदीन गुप्ता, अधिवक्ता शारिक शमीम खान और पंचायत सहायकों – राहुल गौतम, अंजू रावत और नैन्सी पाल का सहयोग भी संगठन को मिला। CAAP के बोर्ड सदस्य जितेंद्र प्रताप सिंह सहित सभी भागीदारों को शामिल कर “CAAP टास्कफोर्स मलिहाबाद” के गठन की योजना बनाई जा रही है।

मैदानी गतिविधियां और सर्वेक्षण

23 जनवरी 2025 से शुरू हुए मैदानी कार्यों में CAAP की टीमों ने चारों गांवों के लगभग 1,350 घरों का दौरा किया। इस दौरान पंचायत सहायकों और स्थानीय नेतृत्व के साथ नियमित परामर्श कर विभिन्न योजनाओं की पहुंच का आकलन किया गया। AWAS योजना पर केंद्रित डेटा संग्रह की एक पहल के अंतर्गत लगभग 150 परिवारों का सर्वेक्षण किया गया, जिसका नेतृत्व CAAP की परियोजना प्रबंधक अनुशा चिलागनी ने किया। इसमें स्थानीय ASHA कार्यकर्ताओं की भी सक्रिय भागीदारी रही।

CAAP के विश्लेषण में वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, पीएम-जय (PM-JAY), प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और कन्या सुमंगला योजना को प्राथमिक योजनाएं माना गया है, जिन पर जागरूकता और पहुंच बढ़ाने की आवश्यकता है। अब संगठन का फोकस पात्रता, आवश्यक दस्तावेजों और आवेदन प्रक्रियाओं की जानकारी समुदाय तक पहुंचाने पर है।

आगामी कार्ययोजना

अगले चरण में चारों गांवों के सभी 1,350+ घरों का विस्तृत सर्वेक्षण किया जाएगा ताकि पात्रता और नामांकन की स्थिति का मूल्यांकन किया जा सके। साथ ही व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाए जाएंगे ताकि ग्रामीण परिवारों को उपलब्ध योजनाओं की पूरी जानकारी दी जा सके।

इन प्रयासों का समापन नामांकन शिविरों के आयोजन से किया जाएगा, जहां पात्र लाभार्थियों को योजनाओं में नामांकन के लिए मार्गदर्शन और ऑन-द-स्पॉट सहायता प्रदान की जाएगी। इन शिविरों का उद्देश्य सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना और सरकार व जनता के बीच मजबूत संबंध स्थापित करना है।

CAAP अपने इन निरंतर प्रयासों के माध्यम से ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने, कल्याणकारी योजनाओं की राह में आने वाली बाधाओं को दूर करने और संस्थागत व सरकारी समर्थन को मजबूत करने के अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर है।

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