
अनुपस्थित स्टाफ और खराब मशीनें देख जताई कड़ी नाराजगी
तीन सप्ताह में सुधारात्मक रिपोर्ट मांगी, जनसुनवाई और फीडबैक सिस्टम लागू करने के निर्देश
दैनिक इंडिया न्यूज़ ,मऊ, उत्तर प्रदेश।
अपर जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह ने मंगलवार को मऊ जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल परिसर, वार्ड, ओपीडी, पुरुष वार्ड, महिला ओपीडी, ड्यूटी रजिस्टर एवं शौचालयों की स्थिति का गहन निरीक्षण किया।
निरीक्षण में सबसे बड़ी समस्या साफ-सफाई की कमी के रूप में सामने आई। पुरुष वार्ड और महिला ओपीडी के आसपास गंदगी मिलने पर अपर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और तत्काल विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ-सफाई की व्यवस्था में सुधार के लिए संबंधित ठेका एजेंसी को निर्देशित किया और प्रतिदिन निगरानी सुनिश्चित करने को भी कहा।
इसके अलावा निरीक्षण के दौरान पीने योग्य पानी की सुविधा अनुपलब्ध मिली और अग्निशमन उपकरण पुराने और मानकविहीन पाए गए। इन गम्भीर खामियों पर भी अपर जिलाधिकारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी और तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए।
अस्पताल में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता की स्थिति पर भी उन्होंने चिंता व्यक्त की और दवा स्टॉक की साप्ताहिक समीक्षा करने का आदेश दिया। साथ ही, खराब पड़ी मशीनों की मरम्मत के लिए बजट प्रस्ताव शीघ्र भेजने और वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
ड्यूटी रजिस्टर की जांच के दौरान कई चिकित्सक समय पर उपस्थित नहीं मिले, वहीं कुछ पैरामेडिकल स्टाफ बिना सूचना के अनुपस्थित थे। इस पर अपर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को स्पष्टीकरण लेने और अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी कहा कि मरीजों की संतुष्टि और जनहित को ध्यान में रखते हुए अस्पताल प्रशासन को नियमित जनसुनवाई आयोजित करनी चाहिए और फीडबैक प्रणाली विकसित करनी चाहिए, ताकि अस्पताल की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।
अंत में अपर जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि तीन सप्ताह के भीतर सुधारात्मक कार्रवाई की रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्रेषित की जाए, ताकि व्यवस्थागत बदलावों की समीक्षा समयबद्ध तरीके से की जा सके।
