यह पुस्तक मेले का समापन नहीं बल्कि यह सृृजन यात्रा का आंरभ है-डी0एम0
वाचस्पति त्रिपाठी / डी डी इण्डिया न्यूज
मऊ । अमृत महोत्सव के अंतर्गत पुस्तक मेला, प्रदर्शनी एवं विचार गोष्ठी जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल की अध्यक्षता में सोनी धापा विद्यालय में किया गया। पुस्तक मेले के समापन समारोह का हिस्सा बने जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल एवं पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान के मार्गदर्शन में पर्यटन विभाग, संस्कृृति विभाग उ0प्र0 एवं वन विभाग के सहयोग से जिला प्रशासन के सानिध्य में नेशनल बुक ट्रस्ट के रचनात्मक सहयोग से शुरूआत समिति के माध्यम से आयोजित पुस्तक मेले के समापन समारोह में ‘‘तारे जमीं पर’ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी ने कहा कि यह पुस्तक मेला का समापन नहीं बल्कि यह सृृजन यात्रा का आंरभ है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि किताबें ही हैं जो हमें सही और गलत में फर्क करना सीखाती हैं किताबें ही हैं जो हमें मंजिल तक पहुंचाती हैं। उन्होने कहा कि स्वंतत्रता संग्राम के संघर्ष स्थलों पर पुस्तकालय का निर्माण किया जायेगा। उक्त अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि किताबें मनुष्य को बेहतर मार्ग दिखाती हैं। पुस्तक संस्कृति नयी पीढ़ी को सकारात्मक बनाती है।
उक्त अवसर पर पुलिस अधीक्षक सुशील घुले ने कहा कि पुस्तक संस्कृति के उत्थान में इस तरह के मेले की ऐतिहासिक भूमिका है। इस तरह का मेला विद्यार्थियों में पढ़ने की ललक पैदा करती है। मेले की महत्ता को बताते हुए उन्होंने कहा कि शहरों में नहीं बल्कि गांवों में भी पुस्तकालय होना चाहिए।
मुख्य विकास अधिकारी रामसिंह वर्मा ने कहा कि मानव संसाधन का समग्र विकास साहित्य और भाषा से ही होता है। यह किताबें साहित्य के संस्कार से मऊ को सीचने आयी हैं।
विमर्श का संचालन करते हुए संस्कृतिकर्मी राजीव रंजन ने कहा कि इस तरह के मेले का कभी समापन नहीं होता है बल्कि यह बारम्बार चलता रहता है।
पुस्तक मेले के आखिरी दिन वर्चुवल मीडिया के माध्यम से रूबरू होते हुए वरिष्ठ आई एफ एस अधिकारी संजय विश्वाल ने कहा कि इस पुस्तक मेले से मऊ की नागरिकता प्राप्त हुई है। सेवा के दौरान मैं जहां भी रहूंगा मऊ से हमेशा जुड़ा रहूंगा। पुस्तक मेले में सोनी धापा के बच्चों द्वारा वॉल पेंटिंग, वाद विवाद प्रतियोगिता एवं आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रकाश डाला गया।
पुस्तक मेले को जीवन्त बनाने में मुख्य राजस्व अधिकारी केहरी सिंह, डी0सी0एस0के0 प्राचार्य डा. सर्वेश पाण्डेय, जीयाउल्ला अध्यापिका वीना गुप्ता, अध्यापिका ऋचा त्रिपाठी के साथ स्कूल के शिक्षक/ विद्यार्थी उपस्थित रहे।