
दैनिक इंडिया न्यूज़, लखनऊ 11 सितंबर 2025।कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने “कौशल महोत्सव – लखनऊ 2025” के तीसरे संस्करण की घोषणा की है। यह महोत्सव 16 और 17 सितंबर को लखनऊ के ऐतिहासिक कॉल्विन तालुकदार्स कॉलेज ग्राउंड पर आयोजित होगा। इस आयोजन के मुख्य अतिथि होंगे — कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं शिक्षा मंत्रालय के राज्य मंत्री जयंत चौधरी, तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
राजनाथ सिंह: लखनऊ के युवाओं के लिए प्रेरणा और संबल

लखनऊ में होने वाला यह आयोजन केवल एक रोजगार मेला नहीं, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का नेतृत्व और मार्गदर्शन इस आयोजन को विशेष महत्व देता है। राजनाथ सिंह सदैव लखनऊ की धरती से जुड़े रहे हैं और उन्होंने बार-बार यह साबित किया है कि वे केवल राष्ट्रीय राजनीति के ही नहीं, बल्कि स्थानीय विकास के भी संरक्षक हैं।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नीरज सिंह ने कहा,
“लखनऊ में कौशल महोत्सव का आयोजन माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी की दूरदृष्टि और नेतृत्व का प्रत्यक्ष परिणाम है। उनका व्यक्तित्व युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। मोदी जी के 75वें जन्मदिवस के पावन अवसर पर हो रहा यह आयोजन केवल अवसरों का मेला नहीं, बल्कि युवाओं के लिए आत्मविश्वास और गौरव का उत्सव है। यह महोत्सव उत्तर प्रदेश के युवा कार्यबल को सम्मान, आकांक्षा और वैश्विक प्रतिस्पर्धा से जोड़ने का माध्यम बनेगा।”
100 से अधिक कंपनियां, 20+ सेक्टर और 7500 अवसर
इस वर्ष का कौशल महोत्सव 100 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों और संस्थानों को एक साथ लाएगा। ये कंपनियां ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रॉनिक्स, लॉजिस्टिक्स, बैंकिंग-फाइनेंसियल सर्विसेज एंड इंश्योरेंस (BFSI), स्वास्थ्य सेवा, एयरोस्पेस और ग्रीन जॉब्स सहित 20 से अधिक क्षेत्रों में अवसर प्रदान करेंगी।
केवल लखनऊ में युवाओं के लिए 7,500 रोजगार और अपरेंटिसशिप अवसर उपलब्ध होंगे।
इनमें से 6,900 पद विशेष रूप से अपरेंटिसशिप के लिए होंगे, जो आईटीआई पास, डिप्लोमा धारक और ग्रेजुएट युवाओं के लिए सुनहरा अवसर हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर कुल 35,000 अवसर पहचाने गए हैं।
सार्वजनिक उपक्रमों की मजबूत भागीदारी
कई प्रमुख केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (CPSUs) इस आयोजन में भाग लेंगे, जिनमें भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), भारत इंजन मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड (BEML), मिधानी, मजगांव डॉक शिपबिल्डर्स, ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) और 19 रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम शामिल हैं।
यह भागीदारी केवल उद्योगों और युवाओं के बीच पुल का कार्य नहीं करेगी, बल्कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की “डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर” जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को भी नई गति प्रदान करेगी।
भविष्य की नौकरियों का प्रदर्शन
कौशल महोत्सव में स्पेशल इंटरएक्टिव ज़ोन भी होंगे, जहां आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डेटा एनालिटिक्स, ड्रोन टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और साइबर सिक्योरिटी जैसे भविष्य के करियर क्षेत्रों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही इंडिया स्किल्स 2025 के पंजीकरण की शुरुआत लखनऊ से होगी, जो युवाओं को वर्ल्ड स्किल्स इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर देगा।
उत्तर प्रदेश: कौशल राजधानी बनने की ओर
उत्तर प्रदेश पहले ही नेशनल अपरेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम के अंतर्गत उल्लेखनीय प्रगति कर चुका है। 2018-19 से अब तक 3.21 लाख युवाओं को अपरेंटिसशिप अवसर मिले हैं, जिनमें से केवल वर्तमान वित्तीय वर्ष में 41,940 से अधिक अपरेंटिस नियुक्त किए गए हैं। अब तक 6,979 प्रतिष्ठान इस पहल में भाग ले चुके हैं।
यह महोत्सव वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP), लेदर, टेक्सटाइल, डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग और नए निवेश वाले सेमीकंडक्टर्स, एयरोस्पेस और हाई-टेक हब्स को गति देगा।
“कौशल से आत्मनिर्भर भारत तक”
मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्रीशैल मालगे ने कहा:
“कौशल महोत्सव, लखनऊ 2025 केवल रोजगार मेला नहीं, बल्कि कौशल और अवसरों को जोड़ने वाला मंच है। यहां हर उम्मीदवार—चाहे वह कक्षा 10 पास हो या पोस्टग्रेजुएट—अपने सपनों को साकार करने का मार्ग पा सकता है। 2047 तक भारत को विश्व की कौशल राजधानी बनाना हमारा साझा मिशन है।”
सेवा पखवाड़ा और मोदी @75 को समर्पित
यह महोत्सव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिवस पर सेवा पखवाड़ा उत्सव का हिस्सा है। 17 सितंबर को विशेष आयोजन होंगे, जिनमें युवा मोर्चा द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर भी शामिल है।
कौशल महोत्सव – लखनऊ 2025 केवल नौकरी पाने का साधन नहीं, बल्कि युवाओं की आकांक्षाओं को पंख देने वाला उत्सव है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से यह आयोजन भारत को “विकसित भारत @2047” की ओर अग्रसर करने में मील का पत्थर साबित होगा।