
दैनिक इंडिया न्यूज़ नई दिल्ली। नोएडा स्थित उत्तर प्रदेश सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट बाल्य आयुर्विज्ञान चिकित्सासंस्थान नवाचार और उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित कर रहा है। निदेशक डॉ. ए.के. सिंह ने बताया कि जब उन्होंने संस्थान का कार्यभार संभाला था, तब महज़ 37 विशिष्ट चिकित्सक ही कार्यरत थे और कई विभाग सक्रिय रूप से कार्य नहीं कर पा रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक की व्यक्तिगत रुचि और प्रभावी निर्देशन से संस्थान में लगभग 40 नई नियुक्तियाँ की गईं, जिससे सेवाएँ और विभाग पहले की तुलना में कहीं अधिक गतिशील हुए हैं।
संस्थान में अत्याधुनिक सीटी मशीन की स्थापना से बच्चों की जाँच प्रक्रिया को और अधिक तीव्र, सुरक्षित और प्रभावी बनाया गया है। बाल्य नेत्र विभाग, कर्क रोग विभाग समेत विभिन्न आधुनिक सुविधाएँ इस राष्ट्रीय स्तर के अद्वितीय संस्थान की विशेषज्ञता को और अधिक सशक्त कर रही हैं।
बच्चों के मनोविज्ञान की गहरी समझ रखने वाले निदेशक डॉ. ए.के. सिंह अपनी व्यक्तिगत रुचि, समर्पण और दूरदृष्टि के माध्यम से संस्थान को चतुर्दिश विकास की दिशा में निरंतर आगे बढ़ा रहे हैं।
