
अंजिक्या राहाड़े ने भरी युवाओं में नई ऊर्जा, हेड कोच रविकांत शुक्ला सहित अमन सिंह और दीपक त्रिपाठी रहे साथ

दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ के क्रिकेट प्रेमियों के लिए सोमवार का दिन विशेष उत्साह लेकर आया, जब शहर की प्रतिष्ठित अर्जुन क्रिकेट अकादमी में भारतीय क्रिकेट के अनुभवी खिलाड़ी अंजिक्या राहाड़े पहुंचे। उनके आगमन ने न केवल अकादमी में ऊर्जा का संचार किया बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए यह अवसर सीख, समझ और प्रेरणा का अनमोल क्षण बन गया। इस महत्वपूर्ण मौके पर हेड कोच रविकांत शुक्ला, कोच अमन सिंह और लखनऊ आशियाना स्थित अर्जुन अकादमी के कोच दीपक त्रिपाठी भी मौजूद रहे, जिन्होंने संयुक्त रूप से प्रशिक्षण सत्र को दिशा और गंभीरता प्रदान की।
अंजिक्या राहाड़े अपनी शांत शैली, सटीक तकनीक और घरेलू क्रिकेट में बनाए गए असाधारण रिकॉर्ड के लिए जाने जाते हैं। अकादमी पहुँचते ही खिलाड़ियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने अभ्यास कर रहे खिलाड़ियों को ध्यान से देखा, उनकी कमियों को पहचाना और तकनीक, फुटवर्क, शॉट चयन, मानसिक संतुलन तथा फिटनेस के महत्व को सरल भाषा में समझाया। राहाड़े ने खिलाड़ियों को यह विश्वास दिलाया कि अनुशासन, दृढ़ता और निरंतर अभ्यास ही किसी खिलाड़ी को बड़े मुकाम तक ले जाते हैं।
हेड कोच रविकांत शुक्ला ने इस अवसर को अकादमी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उनका मानना था कि किसी अनुभवी क्रिकेटर का मैदान पर उतरकर स्वयं खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देना, उनकी समझ और आत्मविश्वास दोनों को मजबूत करता है। उन्होंने कहा कि राहाड़े की उपस्थिति से खिलाड़ियों में आधुनिक क्रिकेट की सोच विकसित होगी, जो उनके भविष्य के लिए अत्यंत लाभकारी होगी।
कोच अमन सिंह ने सत्र के दौरान खिलाड़ियों को तकनीकी सुधारों पर विशेष सुझाव दिए। गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों पर केंद्रित प्रशिक्षण में उन्होंने राहाड़े के साथ मिलकर खिलाड़ियों की गलतियों को पहचाना और उन्हें सुधारने के लिए व्यावहारिक उपाय बताए। अमन सिंह का स्पष्ट मत था कि क्रिकेट केवल कौशल का नहीं बल्कि धैर्य, निर्णय क्षमता और मानसिक मजबूती का खेल है।
आशियाना केंद्र के कोच दीपक त्रिपाठी ने सत्र को अत्यंत उपयोगी बताते हुए कहा कि युवा खिलाड़ियों को इस तरह के अनुभवी क्रिकेटर से सीखने का अवसर अक्सर नहीं मिलता। उन्होंने माना कि राहाड़े द्वारा दी गई सरल परंतु प्रभावशाली सलाह आने वाले समय में खिलाड़ियों की तकनीक, आत्मविश्वास और खेल की परिपक्वता को नई ऊँचाइयाँ देगी।
सत्र के दौरान खिलाड़ियों ने राहाड़े से पावर हिटिंग, नेट प्रैक्टिस, मानसिक तैयारी, फिटनेस और खेल से जुड़ी अनेक जिज्ञासाएँ पूछीं। राहाड़े ने धैर्यपूर्वक सभी प्रश्नों का उत्तर दिया और उन्हें खेल की गहरी समझ पर आधारित सुझाव दिए। उन्होंने खिलाड़ियों को यह भी समझाया कि क्रिकेट में सफलता केवल अभ्यास से नहीं बल्कि मैच के बाद आत्मविश्लेषण, गेम अवेयरनेस और दबाव में संयम बनाए रखने की कला से आती है।
सत्र का सबसे प्रेरक क्षण तब आया जब राहाड़े ने मैदान पर उतरकर थोड़ी देर बल्लेबाजी की। उन्होंने खिलाड़ियों को लाइव यह दिखाया कि गेंद की टाइमिंग, संतुलन और दिशा को कैसे नियंत्रित किया जाता है। गेंदबाजों को उन्होंने लाइन-लेंथ में सुधार और वैरिएशन के महत्व को व्यावहारिक उदाहरणों के साथ समझाया। खिलाड़ियों ने इस अनुभव को अपने करियर का महत्वपूर्ण क्षण बताया।
अकादमी में यह आयोजन खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों, दोनों के लिए गर्व का विषय बना। हेड कोच रविकांत शुक्ला, कोच अमन सिंह और कोच दीपक त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से इसे खिलाड़ियों के विकास की दिशा में एक बड़ी पहल बताया। आयोजन के बाद खिलाड़ियों में उत्साह देखते ही बनता था। सभी ने राहाड़े के साथ फोटो खिंचवाए, ऑटोग्राफ लिए और अपने आदर्श खिलाड़ी के रूप में उन्हें स्वीकार करने की बात कही।
समग्र रूप से देखा जाए तो अंजिक्या राहाड़े का अर्जुन क्रिकेट अकादमी का यह दौरा युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा, अभ्यास और सीख का एक अद्वितीय संगम साबित हुआ। उनकी उपस्थिति ने न केवल खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाया, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी दिलाया कि सच्चा समर्पण और मेहनत उन्हें किसी भी ऊँचाई तक पहुँचा सकती है। यह दिन अकादमी के इतिहास में एक प्रेरक अध्याय के रूप में दर्ज हो गया।
