हरिंद्र सिंह/डीडी इंडिया न्यूज
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद वाराणसी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री श्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री जी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री का प्रदेशवासियों की ओर से स्वागत करते हुए उन्हें अंगवस्त्रम और श्री काशी विश्वनाथ धाम का प्रतीक स्वरूप एक स्मृति चिन्ह भेंट किया। मुख्यमंत्री जी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री श्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ के साथ बैठक की। लगभग 50 मिनट चली इस बैठक में उत्तर प्रदेश और मॉरीशस के मध्य विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वाराणसी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का संसदीय क्षेत्र है। यहां की जनता उनसे अत्यधिक प्रेम करती है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत विकास के हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू रहा है। उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप प्रगति के पथ पर लगातार आगे बढ़ रहा है।
मॉरिशस एवं भारत की संस्कृति एक जैसी-योगी
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत और मॉरीशस की साझी सांस्कृतिक विरासत है। मॉरीशस के लोग भारत को अपने पूर्वजों की धरती मानते हैं। इसलिए मॉरीशस से बड़ी संख्या में लोग अपनी आस्था और पूर्वजों की धरती का सम्मान करते हुए काशी, अयोध्या, मथुरा, प्रयागराज एवं कुशीनगर आते हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में मॉरीशसवासियों के पूर्वज उत्तर प्रदेश में रहा करते थे। राज्य सरकार इन मॉरीशसवासियों को उनके पूर्वजों की भूमि से जोड़ने के कार्य में पूरा सहयोग देगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत एवं मॉरीशस के बीच विकास की असीम संभावनाएं हैं, जिसमें उत्तर प्रदेश अपनी अग्रणी भूमिका का निर्वहन करने के लिए पूर्ण रूप से तत्पर है। मुख्यमंत्री जी ने मॉरीशस के निवेशकों को प्रदेश में उद्यम स्थापना के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि मॉरीशस के उद्योगपतियों तथा व्यापारियों का उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में विशेष रूप से स्वागत है। हमारे यहां पर्यटन के क्षेत्र के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री जी ने भारत एवं मॉरीशस के मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों को सुदृढ़ बनाने में मॉरीशस के प्रधानमंत्री श्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ के पिता तथा मॉरीशस के दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति सर अनिरुद्ध जगन्नाथ के महत्वपूर्ण योगदान का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में अप्रवासी दिवस के अवसर पर उन्हें मॉरीशस जाने का अवसर मिला था। मॉरीशस यात्रा के दौरान उन्होंने सर अनिरुद्ध जगन्नाथ से भेंट की थी। फरवरी, 2018 में लखनऊ में आयोजित ‘यू0पी0 इन्वेस्टर्स समिट’ के अवसर पर सर अनिरुद्ध जगन्नाथ के साथ विचार-विमर्श करने का सौभाग्य मिला था।
उ0प्र0 एवं मॉरीशस गन्ना अनुसंधान एवं इथेनॉल
उत्पादन तकनीक के क्षेत्र में मिलकर कार्य कर सकते हैं-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गन्ने की खेती के लिए ही उत्तर प्रदेश से लोग मॉरीशस गए। प्रदेश में गन्ना पेराई की 119 चीनी मिलें संचालित हैं, जो कोविड काल में भी बंद नहीं हुई। गन्ना एवं आयुष के क्षेत्र में विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं। शुगर केन से इथेनॉल बनाकर डीजल और पेट्रोल में मिलाया जा सकता है, जिससे डीजल और पेट्रोल की मांग को पूरा करने के साथ-साथ इसके आयात को कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि शुगर केन से इथेनॉल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में प्लांट स्थापित किए हैं, जो पूरी तरह क्रियाशील हैं। इससे प्रदेश के गन्ना किसान खुशहाल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एवं मॉरीशस गन्ना अनुसंधान एवं इथेनॉल उत्पादन तकनीक के क्षेत्र में मिलकर कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कृषि एवं गन्ना क्षेत्र के विकास में दोनों देशों के बीच तकनीकी एवं नवीनतम जानकारियों के आदान-प्रदान पर जोर देते हुए कहा कि गवर्नमेंट-टू-गवर्नमेंट के साथ-साथ गवर्नमेंट-टू-बिजनेस के मध्य इंटरेक्शन एवं वार्ताएं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के सक्षम नेतृत्व में कोविड कालखण्ड में भी औद्योगिक कार्य बाधित नहीं हुए। उन्होंने मॉरीशस के प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के जेवर जनपद गौतमबुद्धनगर में बन रहा है। पूरे देश में बनने वाले मोबाइल फोन में से 60 प्रतिशत मोबाइल प्रदेश में बनते हैं। विगत 05 वर्षों में उत्तर प्रदेश में आई0टी0 एवं इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में भारी निवेश हुआ है और संभावनाएं बढ़ी हैं।
मुख्यमंत्री जी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री को अवगत कराते हुए कहा कि श्री काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन के अनुरूप कराया गया है। श्री काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण कार्य रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ है। गंगा स्नान के पश्चात अब बाबा विश्वनाथ के अभिषेक के लिए सीधे मंदिर पहुंचने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है। जबकि पूर्व में संकरी गलियां थी और गंगा स्नान के पश्चात लंबी दूरी तय कर बाबा के दरबार में काफी कठिनाई के बाद भक्त पहुंच पाते थे। धाम के निर्माण के दौरान 66 नए मंदिर मिले, जिनका पुनरुद्धार कराया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रतिदिन लगभग एक लाख से अधिक भक्त बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन करते हैं। 01 जनवरी, 2022 को 07 लाख एवं महाशिवरात्रि को 05 लाख भक्तों ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन किये, जो एक रिकॉर्ड है। उन्होंने इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि मॉरीशस के भारतवंशी काशी आकर बाबा विश्वनाथ एवं माँ गंगा का दर्शन करें।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के दौरान दिव्य अनुभूति हुई-पीएम मॉरीशस
मॉरीशस के प्रधानमंत्री श्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ जी ने अपने वाराणसी आगमन पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यहां आकर उन्हें काफी अच्छा लगा। भारत से मॉरीशस का भावनात्मक लगाव है। दोनों देश विकास की संभावनाओं को बहुत आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मॉरीशस में शुगर सेक्टर वहां की अर्थव्यवस्था का मूल स्रोत है। उन्होंने शुगर के क्षेत्र में मिलकर कार्य करने और विकास की संभावनाओं को विकसित करने पर विशेष जोर दिया। मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने भी भारतवासियों को अपने देश में निवेश के लिये आमंत्रित किया। उन्होंने काशी के विकास की चर्चा करते हुए कहा कि 03 वर्ष पूर्व भी जब वे काशी आए थे और जब आज 03 वर्ष बाद पुनः काशी आए हैं तो काशी में अद्भुत एवं आशातीत विकास हुआ है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के दौरान दिव्य अनुभूति हुई।