ब्यूरो दैनिक इंडिया न्यूज लखनऊ:नगपंचमी की पूर्व संध्या पर संस्कृत भारती न्यास के अध्यक्ष श्री जितेंद्र प्रताप सिंह समस्त प्रदेश वासियों को नागपंचमी शुभकामनाएं देते हुए अपने संदेश में कहा हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास के शु्क्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। यह दिन नाग देवता की पूजा के लिए समर्पित होता है। मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। पौराणिक काल से सर्प देवताओं की पूजन की परंपरा है। ऐसी मान्यता है कि नाग की पूजा करने से सांपों के कारण होने वाला किसी भी प्रकार का भय खत्म हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नाग पंचमी के दिन नाग देवताओं की आराधना करने से जातकों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस बार 2 अगस्त को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाएगा।
संस्कृतभारती न्यासअवधप्रान्त इस वर्ष अपने कार्यालय शिव मंदिरपरिसर महानगर मे वृक्षारोपण कर प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने हेतू सहभागिता करेगा।जीव – जन्तु,वृक्ष,जल-वायु व चर अचर का संतुलन मानव जीवन मे महत्वपूर्ण भूमिका रखते हैं।आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित पर्यावरण संरक्षण करना हम सब का दायित्व है।इस क्रम आज श्री जे पी सिंह अध्यक्ष संस्कृतभारती न्यासअवधप्रान्त अपने समस्त पदाधिकारियों व न्यासियों सहित वृहद वृक्षारोपण कर न्यास के प्रांगण को पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण पर एक सुधि प्रयास करेंगे।
2022-08-02