बाढ़ नियंत्रण से संबंधित सभी विभागों को सारी तैयारियां पूरी रखने के दिए निर्देश
धनञ्जय पाण्डेय
दैनिक इंडिया न्यूज़ मऊ। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में बाढ़ नियंत्रण की तैयारियों को लेकर बाढ़ स्टीयरिंग ग्रुप की बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई से जनपद में बाढ़ नियंत्रण को लेकर चल रही सभी परियोजनाओं की प्रगति एवं इस वर्ष बाढ़ नियंत्रण को लेकर तैयारियों की जानकारी ली। बैठक में अधिशासी अभियंता सिंचाई ने बताया कि जनपद में वर्तमान में बाढ़ नियंत्रण को लेकर 5 परियोजनाएं हैं, जिसमें 4 परियोजना पूर्ण हो चुकी है। शेष एक परियोजना हथनी बांध का लगभग 50% कार्य पूर्ण हो चुका है। चिउटीदाढ़ कटाव निरोधक परियोजना, जो आजमगढ़ खंड के अंतर्गत है, उसका लगभग 85% कार्य पूर्ण हो चुका है।उन्होंने बताया 52650 ई0सी0 बैग, 1846 जी0ओ0 बैग एवं 530 घन मीटर स्टोन बोल्डर स्टॉक में रखे गए हैं। अधिशासी अभियंता सिंचाई ने बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा बाढ़ चौकियां 1 जून से स्थापित है जो क्रियाशील हैं। जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग द्वारा स्थापित बाढ़ चौकियों एवं पुलिस द्वारा स्थापित कुल बाढ़ चौकियों के बारे में भी जानकारी ली। बाढ़ से संबंधित सभी विभागों को सौपे गए कार्यों की जानकारी लेते हुए जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपनी सारी तैयारियां पूरा कर ले। उन्होंने तहसील मधुबन एवं घोसी में विस्थापित लोगों के रहने हेतु स्थानों की जानकारी ली, साथ ही विस्थापित लोगों को शासन द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले खाद्यान्न पैकेटों के तत्काल वितरण के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने विस्थापित लोगों में वितरित किए जाने वाले सामग्रियों की गुणवत्ता की जांच करने के भी निर्देश दिए। कहीं से भी शिकायत मिलने पर संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी।उन्होंने बाढ़ के दौरान शासन की तरफ से दिए जाने वाले राहत सामग्रियों के वितरण के रिकॉर्ड भी रखने के निर्देश दिए, साथ ही फर्जी डाटा फीडिंग से भी बचने को कहा।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी भानु प्रताप सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, अधिशासी अभियंता सिंचाई, अधिशासी अभियंता जल निगम, अधिशासी अभियंता विद्युत, अधिशासी अभियंता नलकूप एवं समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी, समस्त तहसीलदार, बाढ़ क्षेत्र से संबंधित ई0ओ0 सहित अन्य सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।