जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य एवं जिला टास्क फोर्स समिति की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न

जांच में लापरवाही बरतने पर आर.बी.एस.के. जिला मैनेजर का वेतन रोकने के दिए निर्देश

ए.एन.एम. एवं आशाओं के कार्यों के संबंध में ब्लॉक स्तर पर नियमित बैठक कर समीक्षा करने के दिए निर्देश

धनञ्जय पाण्डेय

दैनिक इंडिया न्यूज़ मऊ।जिलाधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति एवं जिला टास्क फोर्स समिति की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
संस्थागत प्रसव की चर्चा के दौरान महिला चिकित्सालय एवं विकासखंड बड़राव में संस्थागत प्रसव क्रमशःसबसे कम पर होने पर जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य अधीक्षक बडराव से स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, महिला चिकित्सालय को कड़ी फटकार लगाते हुए संस्थागत प्रसव में वृद्धि करने के निर्देश दिए। जनपद में टीकाकरण कार्यक्रम की ब्लॉक वार समीक्षा के दौरान सभी टीकाकारण कार्यक्रम में विकासखंड दोहरीघाट की स्थिति सबसे खराब होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने चिकित्सा अधीक्षक दोहरीघाट को कड़ी फटकार लगाते हुए इस संबंध में 3 दिन में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मातृ मृत्यु की समीक्षा के दौरान कुछ मामले घर में प्रसव कराने के प्रकाश में आने पर जिलाधिकारी ने संबंधित ए.एन.एम. एवं आशा की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जनपद में आयुष्मान भारत के तहत गोल्डन कार्ड बनने की स्थिति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने बी.एल.ई के गांव भ्रमण के दौरान संबंधित क्षेत्र के आशाओं से संपर्क कर गोल्डन कार्ड बनवाने में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही जो बी.एल.ई. ठीक ढंग से कार्य नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्यवाही करने को भी कहा। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की समीक्षा के दौरान कुछ लाभार्थियों के खातों में अभी तक धनराशि ना भेजे जाने पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से इसे यथाशीघ्र पूर्ण करने को कहा। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल 242 सबसेंटर हैं,जिनमें 37 किराए के घरों में चल रहे हैं। सभी सबसेंटरों के लिए भूमि का चिन्हीकरण कर लिया गया है एवं इस पर आगे की कार्यवाही की जा रही है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के दौरान जन्मजात दोषों वाले बच्चों के का चिन्हीकरण औसत से काफी कम होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने आर.बी.एस.के. जिला मैनेजर का वेतन रोकने के निर्देश दिए। साथ ही जांच टीमों को सक्रियता से कार्य करने एवं बच्चों का ठीक ढंग से जांच कर चिन्हीकरण करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत आशाओं के भुगतान की स्थिति, लाभार्थियों की प्रसव के सापेक्ष भुगतान, परिवार नियोजन कार्यक्रम, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, पीपीपी परियोजनाओं, 102 नेशनल एंबुलेंस सेवा एवं 108 इमरजेंसी मेडिकल ट्रांसपोर्ट सर्विसेज एंबुलेंस सेवाओं, निर्माण कार्यों की वित्तीय भौतिक प्रगति आदि की भी विस्तृत समीक्षा की। वैक्सीन को सुरक्षित तापक्रम पर रखने की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को इस संबंध में पत्र लिखकर एक जांच टीम गठन करवाने के निर्देश दिए जो वैक्सीन को सुरक्षित तापक्रम पर रखने की स्थिति की नियमित जांच करें।बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ब्लॉक स्तर पर ए.एन.एम. एवं आशाओं द्वारा किए जा रहे कार्यों के संबंध में नियमित बैठक कर समीक्षा करने को कहा साथ ही खराब प्रदर्शन करने वाले आशाओं के खिलाफ कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सभी संबंधित जांच उपकरणों को निर्धारित समय एवम् स्थलों पर पहुंच सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी राम सिंह वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेश अग्रवाल सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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