P.M. MODI : साधना लता दीदी ने की और वरदान हम सबको मिला
चौक परिसर के सरोवर में संगमरमर से बने 92 श्वेत कमल लता जी की जीवन अवधि को दर्शा रहे : पी. एम.मोदी
ऐश्वर्य उपाध्याय दैनिक इंडिया न्यूज। सुर की देवी कही जाने वाली स्वर्गीय लता मंगेशकर के जन्मोत्सव पर रामनगरी अयोध्या में बनकर तैयार हुआ “लता मंगेशकर चौक” का लोकार्पण C.M.योगी व केंद्रीय मंत्री G किशन रेड्डी ने बीते बुधवार को किया।
लता मंगेशकर की 93वीं जयंती के अवसर पर P.M.नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए अपने वीडियो संदेश में लता दीदी के साथ हुए एक वृतांत साझा करते हुए कहा कि “जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन संपन्न हुआ था, तो मेरे पास लता दीदी का फोन आया था। वो बहुत खुश थीं, आनंद में थी। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि आखिरकार राम मंदिर का निर्माण शुरू हो रहा है।” दीदी अकसर मुझसे कहती थी कि मनुष्य उम्र से नहीं, कर्म से बड़ा होता है, और जो देश के लिए जितना ज्यादा करे, वह उतना ही बड़ा है।
आज मुझे लता दीदी का गाया वो भजन भी याद आ रहा है, मन की अयोध्या तब तक सूनी, जब तक राम न आए…। मानस का मंत्र श्रीरामचंद्र कृपालु भज मन हो या मीराबाई का पायो जी मैंने राम रतन धन पायो या बापू का प्रिय भजन वैष्णव जन हो या फिर तुम आशा विश्वास हमारे राम..जैसे गीत जन-जन की जुबां पर आज भी हैं। लता जी की आवाज में इन्हें सुनकर देशवासियों ने भगवान राम के दर्शन किए हैं।
P.M. ने कहा कि मुझे खुशी है कि आज अयोध्या में एक चौक का नाम लता मंगेशकर के नाम पर रखा गया है। लता मंगेशकर चौक के नामकरण के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि लता दीदी के नाम पर बना यह चौक अद्वितीय भारतीय चिन्हों में से एक को एक उचित श्रद्धांजलि में से एक है। उन्होंने कहा कि यह चौक हमारे देश में कला जगत से जुड़े लोगों के लिए भी प्रेरणा स्थली की तरह कार्य करेगा।
लता दीदी के नाम पर बना यह चौक, हमारे देश में कला जगत से जुड़े लोगों के लिए भी प्रेरणा स्थली की तरह कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि रामनगरी अयोध्या में लता मंगेशकर चौक पर स्थापित की गई मां सरस्वती की विशाल वीणा संगीत की साधना का प्रतीक बनेगी।
P.M. ने आगे कहा कि चौक परिसर में सरोवर के प्रवाहमय जल में संगमरमर से बने 92 श्वेत कमल लता जी की जीवन अवधि को दर्शा रहे हैं। मैं इस अभिनव प्रयास के लिए योगी जी की सरकार का, अयोध्या विकास प्राधिकरण का और अयोध्या की जनता का हृदय से अभिनंदन करता हूं।
आपको इस चौक की खासियत भी कुछ बता दें। 7.90 करोड़ रुपए की लागत से लता मंगेशकर चौक का निर्माण हुआ है। जहां इस स्मृति चौक पर गूंजेंगे लता मंगेशकर के भजन। मां शारदा की वीणा, सुर साम्राज्ञी चौक की पहचान होगी। जहां वीणा की लंबाई 10.8 मीटर और ऊंचाई 12 मीटर है। अयोध्या के इस चौक पर 40 फीट लम्बी वीणा लगाई गई है, जिसका वजन 14 टन है। 14 टन वजनी वीणा को बनाने में लगे 70 लोगों का प्रयास लगा है।
मात्र एक माह में कांसा एवं स्टेनलेस स्टील से वीणा का निर्माण हुआ है। आपको यह भी बता दें कि पद्म पुरस्कार विजेता राम सुतार ने बनाई है वीणा की डिजाइन। इस चौक की विशेष बात यह भी है कि वीणा के साथ-साथ अन्य शास्त्रीय वाद्य यंत्र भी प्रदर्शित किए गए है।