सी.ओ.पी.डी में फेफड़ों, मांसपेशियों के साथ ही दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी बढ़ जाता है : डा.बी.पी.सिंह
बोले विशेषज्ञ डा.बी.पी.सिंह : श्वसन स्वास्थ्य में सुधार हेतु सी.ओ.पी.डी. से पहले या बाद की अवस्था में सार्थक कदम उठाए जा सकते हैं
जे.पी. सिंह (अध्यक्ष संस्कृत भारती न्यास अवध प्रान्त) ने किया रैली का नेतृत्व
दैनिक इंडिया न्यूज ऐश्वर्य उपाध्याय। Chronic Obstructive Pulmonary Disease फेफड़ों से जुड़ा ऐसा रोग है, जिसमें पेशेंट को सांस लेने में काफी दिक्कत आती है। फेफड़े बहुत स्पंजी होते हैं, जब हम सांस के ज़रिए हवा अंदर लेते हैं, तो O₂ हमारे खून के अंदर मिल जाती है और CO2 बाहर चली जाती है, लेकिन सी.ओ.पी.डी एक ऐसा रोग है जो इस प्रोसेस में बाधा डालता है। सी.ओ.पी.डी. का प्रमुख कारण धूम्रपान, व्यावसायिक जोखिम और इनडोर आग से होने वाला प्रदूषण है।
यह बातें प्रसिद्ध चेस्ट विशेषज्ञ एवं प्रबंध निदेशक/अध्यक्ष मिडलैंड हॉस्पिटल व अनुसंधान संस्थान के डॉक्टर डा. बी. पी. सिंह द्वारा विश्व क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिज़ीज़ दिवस 2022 के अवसर पर कही गई।
डॉक्टर डा. बी. पी. सिंह ने बताया कि यह बीमारी सिर्फ फेफड़ों तक ही सीमित नहीं है बल्कि मांसपेशियों को भी बीमार बना देती है। दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी बढ़ जाता है।
राष्ट्रीय आंकड़ों के अनुसार छह प्रतिशत वयस्क आबादी सी.ओ.पी.डी. से पीड़ित है और विश्व स्तर पर सालाना लगभग तीन मिलियन मौतें होती हैं। इस बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आज विश्व सी.ओ.पी.डी. दिवस मनाया जा रहा है ताकि लोगों को इसकी थीम के बारे में जागरूक किया जा सके।
बुधवार सुबह SOORYA फाउण्डेशन व MID LAND हॉस्पिटल व अनुसंधान संस्थान के सम्मलित प्रयास से विश्व क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिज़ीज़ दिवस के अवसर पर जन जागरूकता रैली निकाल कर बचाव एवं पुनर्वास का सफल संचालन हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जे.पी. सिंह (अध्यक्ष संस्कृत भारती न्यास अवध प्रान्त) ने रैली का नेतृत्व करते हुए महानगर, कपूरथला, चांदगंज होते हुए रैली ई – पार्क महानगर विस्तार में समाप्त हुई।
इस अवसर पर डा. बी. पी. सिंह व जे. पी. सिंह सदस्य, उ. प्र. माo संस्कृत शिक्षा परिषद ने ई- पार्क में CIPLA COMPANY द्वारा स्थापित Temporary Screening Camp में अपनी जांचे करा कर शिविर का उद्घाटन किया।
इस मौके पर बड़ी संख्या में वृद्धजन, नागरिकों ने अपनी जांचे निशुल्क करा कर डा. बी. पी. सिंह से उचित सलाह भी प्राप्त की। डा. बी. पी. सिंह द्वारा योग, धूम्रपान निषेध व पर्यावरण संरक्षण, के महत्व पर प्रकाश डालते हुए फेफड़ों की एक्सरसाइज पर जोर देते हुए जन जागरूकता का आवाह्न किया। जन साधारण के बीच इस महत्वपूर्ण दिवस पर धूम्रपान निषेध के लिए संकल्पित होने की अपील भी की गई।
कार्यक्रम के अंत में जे. पी. सिंह ने डा. बी. पी. सिंह एवं सिप्ला कम्पनी सहित उपस्थित सहभागियों का रैली व जांचों में सहयोग के लिए अंतर्मन पटल से आभार व्यक्त कर उनका धन्यवाद ज्ञापित किया।