धनञ्जय पाण्डेय/दैनिक इंडिया न्यूज़
मधुबन,मऊ। मकर संक्रांति को लेकर बाजारों में रंग-बिरंगी पतंगे बिकने लगी हैं। दुकानदार भी आजादी का अमृत महोत्सव, प्राउड टू बी इंडियन के अलावा अन्य कार्टून कैरेक्टर पर आधारित पतंग बाजारों मे पहुंच चुकी हैं। बाजारों में रंग-बिरंगी पतंगों की दुकाने सजने लगी हैं तो वही गुड़ ,लाई, तिलवा, के लिए सुबह से यहां छोटे बच्चों की भीड़ लग रही है। इस बार भी चीनी मांझा और प्लास्टिक की पतंगों की डिमांड सबसे ज्यादा है। पिछले एक सप्ताह से बदले मौसम की वजह से कारोबारियों और पतंगबाजों को दिक्कत जरूर हुईं। बदले हुए मौसम, बढ़ती हुई महंगाई की मार पतंगबाजी पर ज्यादा पड़ी है। यह डिजाइनर पतंगे पांच से लेकर 20 रुपये तक में मौजूद है। चीनी मांझा भी 50 से लेकर 300 रुपये प्रति रील उपलब्ध है। पॉलीथिन की पतंग कागज से सस्ती दो, तीन और पांच रुपये में मिल रही हैं। पतंग कारोबारी ने बताया कि पतंग बाजार करीब 40 फीसदी ही रह गया है। त्योहारों की रौनक इंटरनेट और मोबाइल गेम्स ने ले लिया है। जिसके चलते भी बच्चों में पतंगबाजी का शौक कम हो गया है।