ब्यूरो डीडी इंडिया न्यूज
पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 01 लाख 20 हजार 835 कोरोना टेस्ट किए गए,
अब तक राज्य में 10 करोड़ 81 लाख 50 हजार 138 कोविड टेस्ट सम्पन्न
बिस्तार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रण में है। कोरोना के खिलाफ लागू किए गये 4 टी फॉर्मूले के तहत ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट और टीका, इन सभी में प्रदेश अग्रणी है। 30 करोड़ से अधिक कोविड टीके की डोज लगाने तथा 10 करोड़ 81 लाख से अधिक सैम्पल की जांच करने वाला एक मात्र राज्य उत्तर प्रदेश है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत टीम-9 की बैठक में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 50 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 20 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 390 है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 01 लाख 20 हजार 835 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 10 करोड़ 81 लाख 50 हजार 138 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
राज्य में गत दिवस तक 30 करोड़ 04 लाख 09 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 12 करोड़ 36 लाख 59 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है। इस प्रकार 83.88 प्रतिशत लोग कोविड टीके की दोनों डोज ले चुके हैं। 15 करोड़ 26 लाख 93 हजार से अधिक लोगों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज प्राप्त कर ली है।
विगत दिवस तक 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के 01 करोड़ 30 लाख 60 हजार से अधिक किशोरों ने कोविड वैक्सीन की प्रथम डोज तथा 74 लाख 97 हजार से अधिक किशोरों ने द्वितीय डोज प्राप्त कर ली है। इस प्रकार, 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग में अब तक कुल 02 करोड़ 05 लाख 57 हजार से अधिक डोज लगायी जा चुकी है। 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के 10 लाख 70 हजार से अधिक बच्चों ने टीके की पहली खुराक प्राप्त कर ली। 24 लाख 27 हजार से अधिक पात्र लोगों ने प्रिकॉशन डोज भी प्राप्त कर ली है।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि सभी मेडिकल कॉलेजों तथा अस्पतालों में विद्युत सुरक्षा, फायर सेफ्टी एवं स्वच्छता अभियान को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि अस्पतालों के इमरजेंसी वॉर्ड में मरीजों को सभी सुविधाएं उपलब्ध हों। जिन चिकित्सालयों तथा मेडिकल कॉलेजों में मैनपावर की कमी है, वहां जल्द से जल्द सभी रिक्त पदों को भरा जाए। पुराने एम्बुलेंस वाहनों के स्थान पर नये वाहनों की व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा चैत्र नवरात्रि के पहले दिन से ही महिला सुरक्षा के सम्बन्ध में विशेष अभियान चलाया जाए। सभी स्कूलों, कॉलेजों पर एण्टी रोमियो स्क्वाएड को सक्रिय किया जाए। बाजारों और भीड़ वाले इलाकों में शाम को पुलिस की टीम द्वारा फुट पेट्रोलिंग की जाए। उन्होंने कहा कि आगामी 10 अप्रैल से प्रदेश में मिशन शक्ति के कार्यक्रमों की शुरुआत होगी। इसके दृष्टिगत विभाग द्वारा सभी तैयारियां समय से सुनिश्चित कर ली जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिला कांस्टेबिल की बीट स्तर पर तैनाती की जाए। महिला बीट अधिकारी के साथ समस्त विभागों के कर्मचारी समन्वय स्थापित कर गांव की महिलाओं से संवाद स्थापित करें और उन्हें महिला कल्याण के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से अवगत कराएं। साथ ही, सप्ताह में एक दिन नगरीय वॉर्डाें तथा ग्राम स्तर पर ग्राम सचिवालय में एक वृहद अभियान संचालित करते हुए महिलाओं से सम्बन्धित समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आकाशीय बिजली से बचाव के सम्बन्ध में तकनीक उपलब्ध है। इस तकनीक का उपयोग कर आकाशीय बिजली की सम्भावना वाले क्षेत्रों के नागरिकों को पहले से सतर्क कर उनकी जीवन रक्षा की जा सकती है। आकाशीय बिजली से होने वाली दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करते हुए एलर्ट सिस्टम विकसित किया जाए। इसके लिए विशेषज्ञों से संवाद स्थापित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मूल्य समर्थन योजना के तहत प्रदेश में गेहूं की खरीद आज से प्रारम्भ हो रही है। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई असुविधा न हो। प्रत्येक दशा में किसानों को एम0एस0पी0 का लाभ उपलब्ध कराया जाए। किसानों की उपज का समय से भुगतान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभी क्रय केन्द्रों पर पूरी पारदर्शिता के साथ गेहूं की खरीद किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि गेहूं के सुरक्षित भण्डारण के लिए पर्याप्त इंतजाम किये जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गर्मी के मौसम के दौरान कहीं भी पेयजल का संकट न होने पाए। इसके दृष्टिगत सभी जनपदों में जलापूर्ति व्यवस्था का परीक्षण कर लिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी हैण्डपम्प क्रियाशील रहें। उन्होंने सम्बन्धित विभागों एवं संस्थाओं के सम्बन्ध में तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।