ब्यूरो डीडी इंडिया न्यूज
मकर संक्रांति लहलाती हुई फसलों और किसानों की खुशी का भी पर्व है। खेतों में सरसों की फसल बहुत ही सुनहरा रूप देती है और सब कुछ बहुत ही मनमोहक लगता है। मकर संक्रांति बसंत रितु के आगमन का भी प्रतीक है। इस दिन से बसंत रितु की शुरूआत होती है। जब पूरा विश्व जनवरी महीने में नए साल की खुशियों की पार्टी से बाहर हो रही होती है, तब भारत में त्यौहारों की आगमन की शुरुआत होती है, जिसका अग्रज नए उत्साह और समृद्धि का प्रतीक मकर संक्रांति है।