मुख्यमंत्री ने कोविड-19 संक्रमण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की

हरिंद्र सिंह/डीडी इंडिया न्यूज

प्रदेश में संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में, कोरोना प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए, कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक किया जाए:सीएम

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज अपने सरकारी आवास पर कोविड-19 संक्रमण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस संक्रमण की स्थिति अभी नियंत्रण में है, फिर भी इससे सम्बन्धित सभी कोरोना प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। लोगों को लगातार इससे बचाव के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए। उन्हें मास्क पहनने, सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने तथा भीड़ न लगाने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने जन-जागरूकता के लिए पब्लिक एडेªस सिस्टम को एक्टिवेट कर प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड के इस नये वेरिएण्ट की सटीक पहचान के लिए प्रदेश में कई संस्थानों में जीनोम सिक्वेन्सिंग करायी जा रही है। उन्होंने जीनोम सिक्वेन्सिंग के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। गोरखपुर, झांसी, गाजियाबाद के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों और एस0जी0पी0जी0आई0 लखनऊ में भी जीनोम सिक्वेन्सिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के कार्य को प्राथमिकता से किया जाए। प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण के कार्य में पूरे देश में प्रथम स्थान पर है। प्रदेश में 09 करोड़ 34 लाख से अधिक कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं। प्रदेश में बीते 24 घण्टे में 01 लाख 47 हजार से अधिक सैम्पल की जांच की गयी है। कोरोना के नये मामलों में मामूली तेजी देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि कोरोना का नया वेरिएण्ट डेल्टा वेरिएण्ट की तरह खतरनाक नहीं है, लेकिन फिर भी सतर्कता एवं बचाव आवश्यक है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस बीमारी से सुरक्षा में कोविड वैक्सीन की महत्वपूर्ण भूमिका है। अतः लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रदेश में आज से 15 से 18 आयु वर्ग के किशोरों का कोविड टीकाकरण प्रारम्भ हो गया है। पहले दिन लगभग 1.50 लाख से अधिक किशोरों ने टीका का सुरक्षा कवच प्राप्त किया है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि टीका प्राप्त करने वाले किशोरों को वैक्सीनेशन के दिन एवं अगले दिन विद्यालय में अवकाश दिया जाए। प्रदेश में अब तक 20 करोड़ 36 लाख से अधिक डोज लोगों को दी जा चुकी हैं, जिनमें 07 करोड़ 46 लाख से अधिक दोनों डोज हैं और 12 करोड़ 90 लाख पहली डोज हैं। टीकाकरण के लिए पात्र आबादी में लगभग 88 प्रतिशत को कोविड टीकाकरण की पहली डोज और 50 प्रतिशत से अधिक लोगों को दोनों डोज मिल चुकी हैं। उन्होंने कहा कि कोविड के खिलाफ वैक्सीन सुरक्षा कवच है। अतः जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाया है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए। साथ ही, जिन लोगों को टीके की दूसरी डोज दी जानी है, उन्हें शीघ्र ही यह डोज लगायी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में पिछली बार निगरानी समितियों ने प्रभावी भूमिका निभायी थी। अतः इन्हें तुरन्त एक्टिवेट किया जाए। इन्हें सक्रिय करते हुए डोर-टू-डोर टीकाकरण की स्थिति का सर्वे किया जाए और बचे हुए लोगों का टीकाकरण कराया जाए। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि निगरानी समितियों को एक्टिवेट कर दिया गया है। उन्होंने टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा करने के उपरान्त बचे हुए लोगों को टीका लगाने के लिए सी0एम0 हेल्पलाइन के माध्यम से सम्पर्क करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना महामारी पर प्रभावी नियंत्रण और आवश्यक रणनीति के लिए राज्य स्तर पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक सलाहकार समिति पूर्व में गठित की गयी थी। बदलती परिस्थितियों के बीच इस समिति के सदस्यों से पुनः परामर्श प्राप्त किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने और रात्रिकालीन कर्फ्यू को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा नागरिकों को मास्क लगाने, भीड़ न लगाने तथा रात्रि 10 बजे के बाद घर जाने के लिए प्रेरित किया जाए। किसी भी नागरिक से रात्रिकालीन कर्फ्यू के नाम पर दुर्व्यवहार न किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में स्थापित किए गए इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर (आई0सी0सी0सी0) को फौरन एक्टिवेट किया जाए। सरकारी ऑफिस, स्कूल, कॉलेज, औद्योगिक प्रतिष्ठान में पूर्व की भांति कोविड हेल्पडेस्क स्थापित की जाएं तथा आवश्यकतानुसार डे केयर सेण्टर स्थापित किए जाएं। पब्लिक एडेªस सिस्टम को भी पहले की तरह एक्टिवेट किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत सतर्कता एवं सावधानी आवश्यक है, परन्तु इस बात पर भी ध्यान दिया जाए कि लोगों में अनावश्यक पैनिक न हो। उन्होंने कहा कि रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। प्रदेश में मौजूद सभी कोविड अस्पतालों की तैयारी की समीक्षा की जाए। एम्बुलेंस सेवा निरन्तर सक्रिय रहे। बैठक में अवगत कराया गया कि इन अस्पतालों की समीक्षा की जा रही है। अस्पतालों में बेड्स पूरी तरह से तैयार हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि माघ मेले के सम्बन्ध में अभी से योजना बनायी जाए और प्रोटोकॉल भी तय कर लिए जाएं। श्रद्धालुओं के लिए मेला क्षेत्र में ऑन द स्पॉट टेस्टिंग की भी व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने बैठक के दौरान धान खरीद की समीक्षा करते हुए कहा कि क्रय केन्द्रों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा पालन सुनिश्चित किया जाए। मास्क पहनने तथा सोशल डिस्टेन्सिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि धान केन्द्र सक्रिय रहें। किसानों से धान की खरीद निरन्तर की जाए। इन केन्द्रों की लगातार मॉनीटरिंग भी की जाए। उन्होंने गरीबों को वितरित किए जाने वाले खाद्यान्न की व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने किसानों के लिए यूरिया सहित अन्य खादों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।

बैठक के दौरान मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, मुख्य कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव नगर विकास श्री रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास श्री मनोज सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था श्री प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री आलोक कुमार, प्रमुख सचिव खाद्य श्रीमती वीना कुमारी मीना, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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