हरिंद्र सिंह/दैनिक इंडिया न्यूज
मुख्यमंत्रीने आज जनपद गोरखपुर में हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने सदर तहसील स्थित बालविहार स्कूल, बसंतपुर खास, लालडिग्गी में बाढ़ प्रभावितों का कुशलक्षेम पूछा और उनसे संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावित लोगों को बाढ़ राहत खाद्यान्न किट का वितरण किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ है। प्रत्येक बाढ़ पीड़ित परिवार को बाढ़ राहत सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रभावितों को हर सम्भव सहायता प्रदान करेगी। सभी जनप्रतिनिधिगण बाढ़ प्रभावितों की सेवा में प्रशासन के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहली बार अक्टूबर माह में प्रदेश के कई जनपद आपदा का सामना कर रहे हैं। राहत कार्य युद्ध स्तर पर करने के लिए जिला प्रशासन को पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई गयी है। इन कार्यों की समीक्षा हेतु वे स्वयं जनपदों का भ्रमण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। प्रशासन को निर्देश दिए गए है कि पानी से घिरे गांव के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर भोजन, पेयजल आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। बाढ़ पीड़ितों के राहत एवं बचाव कार्य हेतु पर्याप्त नावों की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक पीड़ित परिवार को राहत किट उपलब्ध करायी जा रही है। इसमें 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, 10 किलो आलू, 05 किलो लाई, 02 किलो भुना चना, 02 किलो अरहर दाल, रिफाइण्ड, तेल और मसाले, नमक, 05 लीटर कैरोसीन आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं को चारा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि दीपावली का त्योहार नजदीक है। इसके दृष्टिगत सम्बन्धित विभाग क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराएं। विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई आदि पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनहानि होने पर 04 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, अंग-भंग होने की स्थिति में 75,000 रुपये से ढाई लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता देने के निर्देश प्रशासन को दिए गए हैं। जिनके मकान पूरी तरह नदी में विलीन हो गए हैं या बाढ़ की चपेट में आ गये हैं, उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत आवास या 01 लाख 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। पशुहानि होने पर भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।