दैनिक इंडिया न्यूज, लखनऊ। संस्कृतभारती के अखिल भारतीय महामंत्री सत्यनारायण भट्ट, क्षेत्रीय संगठन मंत्री प्रमोद पंडित, और अध्यक्ष संस्कृतभारती न्यास अवध प्रांत जितेन्द्र प्रताप सिंह ने उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव से सौहार्दपूर्ण भेंट की। इस अवसर पर संस्कृत भाषा, शिक्षण, प्रशिक्षण और नई शिक्षा नीति के संदर्भ में महत्वपूर्ण परिचर्चा की गई। संस्कृत शिक्षकों को मंडलीय स्तर पर दस दिवसीय विशेष प्रशिक्षण प्रदान करने और संस्कृतभारती की सरल शिक्षण पुस्तकों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करने की व्यवस्था पर विशेष जोर दिया गया।
सत्यनारायण भट्ट ने प्रदेश में संस्कृत के प्रचार-प्रसार के लिए सरकार के प्रयासों और राजकीय संस्कृत विद्यालयों की स्थापना को सराहा, साथ ही गुरुकुल प्रणाली पर आधारित आश्रमों की स्थापना की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का भी स्वागत किया। प्रमोद पंडित ने मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रकाशित पाठ्यक्रम सामग्री का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश में भी समन्वय स्थापित करने का सुझाव दिया।
निदेशक डॉ. महेन्द्र देव ने संगठन के प्रस्तावों को समयानुकूल और नई शिक्षा नीति एवं प्रदेश सरकार की नीतियों के अनुकूल मानते हुए सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया। संस्कृतभारती न्यास अध्यक्ष जितेन्द्र प्रताप सिंह ने निदेशक डॉ. महेन्द्र देव और उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के सचिव शिवलाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संस्कृत के विकास में इस प्रकार की चर्चाएं और सुझाव महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।