राष्ट्रीय शिक्षा नीति सभी को अपनी योग्यता सिद्ध करने का अवसर देने वाली है: मुख्यमंत्री

सीएम योगी तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को किया संबोधित

मुख्यमंत्री योगी ने तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को दी उपाधि और मेडल

सीएम योगी ने कहा-सभी तीर्थंकरों ने समाज को दिशा देने के लिए तप और त्याग का मार्ग अपनाया

बोले सीएम योगी- मेधावी अपनी प्रतिभा का उपयोग प्रदेश की छवि को मजबूत बनाने और देश को गौरवान्वित करने के लिए करें

दैनिक इंडिया न्यूज 17 मार्च, मुरादाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब दुनिया कोराेना से दुनिया पस्त थी तब भारत नई शिक्षा नीति दे रहा था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति सभी को अपनी योग्यता सिद्ध करने का अवसर देने वाली है। उन्होंने कहा कि ‘सत्यं वद, धर्मं चर’ सत्य बोलना के लिए कोई अवसर नहीं तलाशना चाहिए बल्कि, जीवन का हिस्सा होने चाहिए। भारतीय ऋषि परंपरा में कि सत्य की व्याख्या अलग-अलग हो सकती लेकिन सत्य एक ही होगा। सभी तीर्थंकरों ने समाज को दिशा देने, सत्य की ओर ले जाने के लिए तप और त्याग का मार्ग अपनाया।

सीएम योगी शुक्रवार को तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सम्मलित हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि नाम दीक्षांत जरूर है लेकिन ऐसा नहीं है कि आगे शिक्षा प्राप्त नहीं करनी है। इसका अर्थ है कि शिक्षा के आधार पर महान बनने के लिए कार्य करना है, जीवन को उत्कृष्ट रूप प्रदान करते हुए, सही दिशा का मार्ग पर प्रशस्त करना है। उन्होंने कहा कि उपासना पद्धति व्यक्तिगत हो सकती है। परंतु धर्म का अर्थ वह जो धारण किया जाए। भारतीय धर्म शास्त्र में धर्म को पुरुषार्थ को माना गया है। धर्म के प्रति आग्रह होना चाहिए। 

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का कोविड प्रबंधन का दुनिया में बेहतरीन उदाहरण बना, जहां लोग संक्रमित हुए वहीं इलाज की व्यवस्था हुई। कोरोना के खिलाफ युद्ध में पूरा देश एक साथ आगे आया और अनुशासन का पालन किया। उस समय सभी ने मिलकर सेवा की। तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज भी लोगों की जान बचाने आगे आए। उन्होंने कहा कि कोरोना कालखंड में भारत दुनिया को फ्री वैक्सिन देने वाले पहला देश बना। दुनिया के बड़े-बड़े शक्तिशाली देशों की बैंकों पर ताला लटक गया। वहीं भारत पिछले तीन वर्षों से 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को निःशुल्क राशन दे रहा है।

सीएम योगी ने विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री के पांच प्रण विकसित भारत, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता-एकजुटता और नागरिकों के कर्तव्य की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि गुलामी की सोच ने कई विकृतियां पैदा कर रखी है, इसलिए गुलामी की सोच से मुक्ति पानी ही होगी। सीएम योगी ने राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ धाम, केदार नाथ, महाकाल धाम का पुनरुद्धार का जिक्र करते हुए कहा कि यह भारत का स्वर्णिम काल है। उन्होंने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी मेधावी छात्र-छात्राओं का भविष्य उज्जवल हो। मेधावी अपनी प्रतिभा का उपयोग प्रदेश की छवि को मजबूत बनाने और देश को गौरवान्वित करने के लिए करें।

कार्यक्रम में सीएम योगी के साथ वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी शामिल रहे। इस दौरान सीएम योगी ने मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल, उपाधि और डिग्री प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने 2020-21- 22 के 5988 विद्यार्थियों को उपाधियां वितरित की गई। इसमें 104 गोल्ड, 103 सिल्वर और 98 विद्यार्थियों को ब्रांज मेडल देकर सम्मानित किया गया। दीक्षांत समारोह में 2020-21 के पीएचडी की चार, मास्टर्स की 477, लेक्चरर की 2482 और डिप्लोमा की 315, 2021-22 में पीएचडी की 13, मास्टर्स की 454, बैचलर्स की 2069, डिप्लोमा की 172 डिग्री समेत 5986 विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की गई।

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