
सुप्रीम कोर्ट ने चेताया – भविष्य में ऐसा बयान न दें, वरना स्वतः संज्ञान लिया जाएगा
राहुल गांधी की सोच पर राष्ट्रीय सनातन महासंघ ने उठाए सवाल
दैनिक इंडिया न्यूज़ नई दिल्ली।वीर सावरकर पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को कड़ी फटकार लगाई है। सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में इस तरह के गैरजिम्मेदाराना बयान दिए गए, तो न्यायालय स्वतः संज्ञान ले सकता है। कोर्ट ने कहा कि “जिन लोगों ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन बलिदान किया, उनके प्रति ऐसा अपमानजनक व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है।”
इस संदर्भ में राष्ट्रीय सनातन महासंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष जितेन्द्र प्रताप सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “राहुल गांधी की बुद्धि और विवेक पर आश्चर्य होता है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे उनकी समझ एक सामान्य अनपढ़ व्यक्ति से भी कम है। उन्हें यह ज्ञात होना चाहिए कि वीर सावरकर केवल एक स्वतंत्रता सेनानी ही नहीं थे, बल्कि भारत के राष्ट्रचिंतन और सांस्कृतिक जागरण के अग्रदूत भी थे।”
उन्होंने आगे कहा कि “वीर सावरकर का अपमान दरअसल भारत की आत्मा का अपमान है। राहुल गांधी जैसे नेता यदि ऐसी बयानबाज़ी करते हैं, तो यह न केवल उनकी अपरिपक्वता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि उन्हें देश के महान विभूतियों के त्याग और तपस्या की कोई कद्र नहीं है।”
राष्ट्रीय सनातन महासंघ ने मांग की है कि राहुल गांधी को सार्वजनिक रूप से वीर सावरकर और राष्ट्र के समक्ष क्षमा याचना करनी चाहिए। साथ ही यह भी कहा गया कि “राजनीतिक मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन राष्ट्रनायकों के सम्मान के साथ खिलवाड़ किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।”