चतुर्थ बड़े मंगल पर विशाल भंडारा आयोजित, श्रद्धालु भावविभोर—विशिष्ट अतिथियों का हुआ विशेष सम्मान

दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ। पावन चतुर्थ बड़े मंगल के अवसर पर राजधानी लखनऊ भक्ति और सेवा के भाव में सराबोर रही। इस अवसर पर राष्ट्रीय सनातन महासंघ तथा संस्कृतभारतीन्यास के संयुक्त तत्वावधान में हनुमान जी को समर्पित एक दिव्य भव्य विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जो महासंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष श्री जितेंद्र प्रताप सिंह के कर-कमलों द्वारा संपूर्ण श्रद्धा भाव से संचालित हुआ।

यह आयोजन केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक चेतना का उत्सव भी बन गया, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों से आए श्रद्धालुओं के साथ-साथ अनेक विशिष्ट अतिथियों ने सहभागिता की। आयोजन में श्रद्धा, सेवा, सम्मान और संस्कृति की त्रिवेणी प्रवाहित हुई।

भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण करने व सहभागिता के क्रम मे कुँ मानवेन्द्र सिंह सभापति उत्तर प्रदेश विधान परिषद, राज्यसभा सांसद-विधायक डॉ. अशोक बाजपेई,मुकेश शर्मा विधान परिषद सदस्य, युवा लोकप्रिय भाजपा नेता नीरज सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संचालक श्री प्रभात अधौलिया, पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता तथा संघ के प्रतिष्ठित स्वयंसेवकगण प्रमुख रूपक से उपस्थित रहे। सभी ने बड़ी श्रद्धा से प्रसाद ग्रहण किया और आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की।



इस पावन अवसर पर विशेष सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें सनातन परंपरा एवं भारतीय संस्कृति के संवाहकों को सम्मानित किया गया।
जितेंद्र प्रताप सिंह ने राज्यसभा सांसद डॉ. अशोक बाजपेई को एकादश मुखी रुद्र भगवान हनुमान जी की दिव्य प्रतिमा भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। यह प्रतिमा केवल एक प्रतीक नहीं, बल्कि पराक्रम, समर्पण और सनातन मूल्यों का मूर्त स्वरूप मानी गई।

वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता श्री नीरज सिंह को एकादश मुखी रुद्र भगवान हनुमान जी की चित्र प्रतिकृति भेंट कर सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें सामाजिक व धार्मिक क्षेत्र में निरंतर सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रदान किया गया।

इसी क्रम में उत्तर प्रदेश संस्कृत, संगीत एवं नाटक अकादमी की उपाध्यक्ष श्रीमती विभा सिंह को भगवान गणपति की सुन्दर प्रतिमा एवं पुष्प प्रदान कर सम्मानित किया गया। गणपति जी की प्रतिमा उन्हें सांस्कृतिक संरक्षण और संस्कृत विद्या के प्रचार-प्रसार में किए गए कार्यों के लिए समर्पित की गई, जो एक गहन सांस्कृतिक संदेश भी देता है।

कार्यक्रम का सम्पूर्ण वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण रहा। मंत्रोच्चारण, हनुमान चालीसा पाठ, और भक्ति संगीत की मधुर स्वर लहरियों ने पूरे क्षेत्र को भक्ति के रंग में रंग दिया। श्रद्धालु गदगद भाव से भंडारे का प्रसाद ग्रहण करते हुए दिखे।

अंत में श्री जितेंद्र प्रताप सिंह ने समस्त श्रद्धालुओं, अतिथियों और सेवा कार्य में लगे स्वयंसेवकों का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा—


“हनुमान जी की कृपा से ही यह आयोजन सफल हुआ। ऐसे धार्मिक आयोजन न केवल आस्था को पोषित करते हैं, बल्कि समाज में सेवा, समर्पण और एकात्मता की भावना को भी जागृत करते हैं। यह आयोजन सनातन धर्म की जीवंत परंपरा का उदाहरण है।”

इस भव्य आयोजन ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जब सनातन संस्कृति और समाज सेवा एक साथ आती है, तो परिणाम केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक चेतना का जागरण होता है।

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