
दैनिक इंडिया न्यूज़, उज्जैन। सुप्रसिद्ध संत और आध्यात्मिक गुरु जगतगुरु अवधेश प्रपन्नाचार्य उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन हेतु पहुंचे। उन्होंने विधिवत भगवान महाकाल का पूजन-अर्चन कर विश्व कल्याण एवं शांति के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर उन्होंने विशेष रूप से एकादशी तिथि पर मुख्य रुद्र का पूजन करते हुए विपरीत ग्रह स्थितियों से उत्पन्न संभावित संकटों को शमन करने की प्रार्थना की।

मीडिया से वार्ता करते हुए जगद्गुरु ने बताया कि वर्तमान समय में मंगल सिंह राशि में स्थित हैं और केतु मिथुन राशि में गोचर कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि शुद्ध ज्योतिषीय दृष्टि से अंगारक योग तब बनता है जब मंगल और राहु एक ही राशि में संयोग करते हैं, किंतु मंगल की सिंह राशि में स्थिति भी उग्र ऊर्जा और मानसिक अशांति को बढ़ावा दे सकती है। ऐसी परिस्थितियों में भगवान महाकालेश्वर का पूजन और दर्शन जनसामान्य को मानसिक शांति, साहस और विपरीत परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति प्रदान करता है।
जगतगुरु ने कहा, “महाकाल की साधना और रुद्राभिषेक जैसे अनुष्ठान विशेष रूप से ग्रहों की प्रतिकूल स्थितियों में लाभकारी होते हैं। एकादशी तिथि पर किया गया रुद्र पूजन न केवल व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता लाता है, बल्कि विश्व शांति की दिशा में भी सशक्त ऊर्जा का संचार करता है।”
इस अवसर पर मंदिर परिसर में अनेक श्रद्धालु और संतजन भी उपस्थित रहे। महाकाल मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने जगद्गुरु का स्वागत किया और उनके इस पुण्य कार्य की सराहना की।
अंत में जगद्गुरु अवधेश प्रपन्नाचार्य ने श्रीमद् जगद्गुरु स्वामी योगेश्वराचार्य महाराज एवं रामानुजकोट स्वामी युवराज महाराज को साधुवाद देते हुए समस्त देशवासियों को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने आग्रह किया कि सभी लोग अपने-अपने स्थानों पर रहकर भगवान शिव की उपासना करें, जप-ध्यान करें और विश्व कल्याण की कामना करें।