
दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ, 14 दिसम्बर 2025 —
भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक पर्व की पूर्णाहुति उस समय निर्णायक मोड़ पर पहुँची, जब नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय परिषद सदस्यों की औपचारिक घोषणा के साथ उत्तर प्रदेश भाजपा को नया नेतृत्व प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अनुभवी संगठनकर्ता श्री पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप सरकार और संगठन एक नई गति, नई ऊर्जा और नए संकल्प के साथ आगे बढ़ेंगे। यह केवल नेतृत्व परिवर्तन नहीं, बल्कि 2027 के महासमर की तैयारी का शंखनाद है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अध्यक्ष पद के चुनाव के साथ संगठन पर्व अपने लक्ष्य की ओर सफलतापूर्वक अग्रसर हुआ है। विगत साढ़े तीन वर्षों में निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने संगठन को मजबूती देने, कार्यकर्ताओं को सक्रिय रखने और हर चुनौती का सामना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके मार्गदर्शन में पार्टी ने संगठनात्मक अनुशासन और वैचारिक स्पष्टता को सुदृढ़ किया, जिसका लाभ आज प्रदेश को मिल रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते 11 वर्षों के भारत की चर्चा करते हुए कहा कि आज का भारत विश्व मंच पर केवल सहभागी नहीं, बल्कि नेतृत्वकर्ता की भूमिका में है। वैश्विक संतुलन में भारत की निर्णायक उपस्थिति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व का परिणाम है। भारत बिना रुके, बिना डिगे और बिना झुके विकास की अपनी यात्रा पर निरंतर अग्रसर है। यही आत्मविश्वास उत्तर प्रदेश की प्रगति में भी स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार ने बीते साढ़े आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश की छवि को मूलतः बदल दिया है। कभी ‘बीमारू राज्य’ कहे जाने वाले प्रदेश को आज रिवेन्यू सरप्लस स्टेट के रूप में स्थापित किया जा चुका है। कानून व्यवस्था, निवेश और विकास के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में खड़ा है। दंगा, माफिया और अराजकता अब अतीत की बातें हैं। आज प्रदेश निवेशकों का भरोसा और पर्यटकों की पहली पसंद बन चुका है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि विगत साढ़े आठ वर्षों में लगभग पौने नौ लाख युवाओं को बिना किसी भेदभाव के सरकारी नौकरी प्रदान की गई, जबकि डेढ़ करोड़ से अधिक युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ा गया। 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निवेश परियोजनाएं धरातल पर उतर चुकी हैं और छह लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं ग्राउंड ब्रेकिंग के लिए तैयार हैं। यह सब राजनीतिक स्थिरता, सशक्त नेतृत्व और सुरक्षित वातावरण के बिना संभव नहीं था।
उद्योग और उद्यमिता के क्षेत्र में प्रदेश की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने ग्रेटर नोएडा में आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का उल्लेख किया, जहां इस वर्ष लगभग 11 हजार करोड़ रुपये के उत्पादों की बुकिंग वैश्विक बाजारों के लिए हुई। यह प्रदेश के लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्यमों की बढ़ती विश्वसनीयता और प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता का प्रमाण है।
आस्था और विरासत के पुनर्जागरण पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर केवल एक धार्मिक संरचना नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक चेतना और ऐतिहासिक न्याय की जीवंत अभिव्यक्ति है। काशी विश्वनाथ धाम, विंध्यवासिनी, नैमिषारण्य, श्रावस्ती, कुशीनगर और ब्रज क्षेत्र के तीर्थों का पुनरुद्धार भारत की गौरवशाली विरासत को वैश्विक मानचित्र पर पुनः स्थापित कर रहा है। यह सब इसलिए संभव हुआ, क्योंकि जनता को विश्वास है कि सरकार जो करेगी, वह देश और समाज के हित में करेगी।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की बुनियादी संरचना में आए परिवर्तन का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश आज इन्फ्रास्ट्रक्चर स्टेट बन चुका है। देश के कुल एक्सप्रेस-वे का 55 प्रतिशत हिस्सा प्रदेश में है। रेलवे नेटवर्क, मेट्रो, एयरपोर्ट, रैपिड रेल और वॉटर-वे—हर क्षेत्र में उत्तर प्रदेश नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
राजनीतिक भविष्य की ओर संकेत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2027 के चुनाव में विरोधियों के पास न तो नीति है और न ही सामर्थ्य, लेकिन कार्यकर्ताओं को छल और षड्यंत्र के प्रति सतर्क रहना होगा। मतदाता सूची के शुद्धिकरण के लिए चल रही एसआईआर प्रक्रिया को लोकतंत्र के सशक्तिकरण का अवसर बताते हुए उन्होंने प्रत्येक बूथ पर सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आगामी 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी के अवसर पर लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। यह कार्यक्रम संगठन और कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का केंद्र बनेगा।
इससे पूर्व केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने श्री पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय कार्य समिति के 120 सदस्यों के निर्वाचन की औपचारिक घोषणा की। कार्यक्रम में दोनों उपमुख्यमंत्री, केंद्रीय एवं राज्य मंत्री, राष्ट्रीय व प्रदेश पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
यह स्पष्ट है कि भाजपा ने नेतृत्व परिवर्तन के साथ संगठन को नई धार देने का कार्य किया है। अब उत्तर प्रदेश में सरकार और संगठन की संयुक्त शक्ति विकास, सुशासन और वैचारिक प्रतिबद्धता के साथ अगले चरण की ओर बढ़ चुकी है।
