महाकुंभ 2025: ऐतिहासिक आयोजन ने स्थापित किया आस्था और आर्थिकी का नया प्रतिमान

मुख्यमंत्री ने की पुलिस बल की सराहना, 75,000 पुलिसकर्मियों को मिलेगा ‘महाकुंभ सेवा मेडल’

राज्य की अर्थव्यवस्था में 3.5 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि, उत्तर प्रदेश पुलिस का बजट 40,000 करोड़ रुपये

दैनिक इंडिया न्यूज़,प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजनरी नेतृत्व और उत्तर प्रदेश पुलिस बल के समर्पित प्रयासों का परिणाम बताया। उन्होंने महाकुंभ की ड्यूटी में शामिल 75,000 पुलिसकर्मियों के अनुकरणीय कार्य की सराहना करते हुए घोषणा की कि सभी को ‘महाकुंभ सेवा मेडल’ और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। साथ ही, अराजपत्रित पुलिसकर्मियों को 10,000 रुपये का विशेष बोनस और चरणबद्ध तरीके से एक सप्ताह का अवकाश भी दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभनगर में आयोजित पुलिसकर्मियों से विशेष संवाद कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह आयोजन आस्था और आर्थिकी के समन्वय का एक अनूठा उदाहरण बना, जिसे न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया ने सराहा। उन्होंने कहा, “यदि हम समस्या के बारे में सोचते, तो केवल बहाने मिलते, लेकिन हमने समाधान का रास्ता चुना और इसे दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन बनाया।”

महाकुंभ: भारत की सांस्कृतिक समृद्धि और आर्थिक प्रगति का प्रतीक

महाकुंभ 2025 में अब तक 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु भाग ले चुके हैं। प्रयागराज की स्थायी आबादी मात्र 25 लाख है, लेकिन आयोजन के दौरान प्रतिदिन डेढ़ से दो करोड़ लोग यहां पहुंचे। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, राज्यों के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री, 100 देशों के राजनयिक, 12 देशों के राष्ट्राध्यक्ष या मंत्री तथा उनके नागरिकों ने इस आयोजन में भाग लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ और प्रयागराज के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए राज्य सरकार ने लगभग 7,500 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसके परिणामस्वरूप राज्य की अर्थव्यवस्था में 3.5 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। उन्होंने कहा, “दुनिया में कहीं भी आस्था को अर्थव्यवस्था के साथ इतनी गहराई से नहीं जोड़ा गया, जितना भारत में किया गया है। महाकुंभ ने इसे साकार करके दिखाया है।”

उत्तर प्रदेश पुलिस की उत्कृष्ट सेवाएं, आधुनिक पुलिसिंग की दिशा में बड़ा कदम

मुख्यमंत्री ने पुलिस बल की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस, अर्धसैनिक बल, होमगार्ड, पीआरडी, जल पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी के अनुशासित व्यवहार की हर श्रद्धालु ने प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कई बार पुलिसकर्मियों को धक्का भी दिया गया, लेकिन उन्होंने सहनशीलता और संवेदनशीलता का परिचय दिया।

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश पुलिस बल की मौजूदा स्थिति को बेहतर बनाने के सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 2017 से अब तक पुलिस सुधारों में ऐतिहासिक कार्य किए गए हैं। लखनऊ पुलिस लाइन में टूटी छत और चारपाई पर सोते पुलिसकर्मियों को देखकर उन्होंने तत्काल सुधार का निर्णय लिया। आज हर जनपद में पुलिस अवस्थापना सुविधाओं को विकसित किया गया है या वे अंतिम चरण में हैं।

पुलिस बजट 40,000 करोड़ रुपये, बड़ी संख्या में भर्तियां

मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस का बजट 40,000 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। 54 पीएसी कंपनियां जो समाप्त कर दी गई थीं, उन्हें फिर से बहाल किया गया। तीन नई महिला बटालियन गठित की गईं, जबकि 1,56,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती पूरी की जा चुकी है। वर्तमान में 60,200 पुलिसकर्मियों की भर्ती प्रक्रिया जारी है, और जल्द ही 30,000 और पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी।

महाकुंभ में आपदा प्रबंधन और सुरक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन

मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुंभ के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस ने आपदा प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था को उच्चतम स्तर पर बनाए रखा। मौनी अमावस्या पर एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई, लेकिन मात्र 15-20 मिनट में ग्रीन कॉरिडोर बनाकर घायलों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। आग की घटनाओं को 10 मिनट में नियंत्रित कर लिया गया, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई।

उन्होंने कहा कि 2017 में उत्तर प्रदेश दंगों, माफियाराज और असुरक्षा से जूझ रहा था, लेकिन आज नया उत्तर प्रदेश निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बन चुका है। उन्होंने कहा, “महाकुंभ ने भारत की वैश्विक छवि को मजबूत किया और उत्तर प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है। विगत 28 से 30 जनवरी के बीच मात्र तीन दिनों में 15 करोड़ लोग महाकुंभ में शामिल हुए।”

पुलिसकर्मियों के लिए विशेष निर्देश, मुख्यमंत्री ने किया सामूहिक भोज

मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए कि जो भी अब तक संगम स्नान नहीं कर पाए हैं, वे अपनी ड्यूटी के साथ स्नान करें और संगम का जल अपने साथ अवश्य लेकर जाएं। संवाद कार्यक्रम के उपरांत उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ सामूहिक भोज में भी भाग लिया और उनके योगदान की सराहना की।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं पुलिसकर्मी उपस्थित थे।

Share it via Social Media

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *