“महापौर सुषमा खर्कवाल ने दीपों के पर्व को बना दिया सेवा का संकल्प, “समर्पण” वृद्धाश्रम में वृद्धजनों संग मनाई दीपावली”

“लखनऊ महापौर सुषमा खर्कवाल ने वृद्धजनों संग बांटी दीपावली की खुशियां, कहा – सेवा ही सच्ची पूजा है”

दैनिक इंडिया न्यूज़ लखनऊ। राजधानी लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल ने इस वर्ष दीपावली का पर्व परंपरा से भी आगे बढ़कर भावनाओं की रोशनी के साथ मनाया। हरसोल्लास और आत्मीयता से भरे इस अवसर पर उन्होंने अपनी नगर निगम टीम के साथ समर्पण वृद्धाश्रम पहुंचकर वहां रह रहे वृद्धजनों के बीच दीपावली की खुशियां साझा कीं।

जैसे ही महापौर वृद्धाश्रम के प्रांगण में पहुंचीं, वहां का माहौल मानो भावनाओं से भर उठा। उन्होंने एक-एक बुजुर्ग से मिलकर उनका हालचाल जाना, स्नेहपूर्वक उनके हाथ थामे और बड़ी आत्मीयता से कहा — “मैं आपकी बेटी हूं, जब भी कोई जरूरत हो, मैं हर समय आपके साथ खड़ी रहूंगी।”
उनके इस वाक्य के साथ ही कई आंखें नम हो उठीं। वृद्धजनों के चेहरों पर मुस्कान और आंखों में अपनापन झलक उठा। सुषमा खर्कवाल ने वृद्धाश्रम के सभी सदस्यों को जोनल अधिकारी का नंबर भी उपलब्ध कराया और भरोसा दिलाया कि नगर निगम की टीम हमेशा उनकी सेवा में तत्पर रहेगी। उनके इस व्यवहार ने वहां उपस्थित सभी लोगों के दिलों को छू लिया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय सनातन महासंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह भी अपने संगठन के साथ पहुंचे। उन्होंने वृद्धजनों के साथ दीपावली की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया और कहा कि समाज के इन वरिष्ठ सदस्यों की सेवा करना ही सच्ची सनातन परंपरा का पालन है। उन्होंने बताया कि वे स्वयं समर्पण वृद्धाश्रम के सक्रिय प्रबंधन समिति के सदस्य हैं और समाज की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं।

कार्यक्रम का वातावरण अत्यंत भावुक और उत्सवमय रहा। दीपों की लौ के साथ मानवता की ज्योति भी वहां प्रज्वलित होती दिखाई दी। उपस्थित वृद्धजन भावनाओं से भर उठे, किसी ने आशीर्वाद दिया तो किसी ने कहा — “आज लगा जैसे बेटी घर आई है।” पूरा वृद्धाश्रम एक परिवार की तरह झिलमिलाता नजर आया।

पार्षद शिवम उपाध्याय ने कार्यक्रम में पहुंचकर महापौर सुषमा खर्कवाल के प्रयासों की सराहना करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दीपावली का यह पर्व तभी सार्थक है जब रोशनी के साथ किसी के जीवन में उम्मीद की किरण भी जगाई जाए, और महापौर ने आज वही किया है।

कार्यक्रम के समापन पर जितेंद्र प्रताप सिंह ने भावनात्मक शब्दों में कहा — “पहले राय साहब हमारे बुजुर्गों का बहुत ध्यान रखते थे, लेकिन सुषमा खर्कवाल जी तो उनसे भी आगे निकल गई हैं। उन्होंने एक बेटी की तरह इन वृद्धजनों का मन जीत लिया है। उनका जितना भी धन्यवाद किया जाए, वह कम है।” उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी समर्पण वृद्धाश्रम के विषयों को संज्ञानित कर सहयोग के लिए आश्वस्त किआ। जितेन्द्र प्रताप सिंह ने प्रबंधन समिति की तरफ से महापौर सुषमा खर्कवाल का अंतर्मन पटल से आभार व्यक्त करते हुए नगर-निगम समस्त उपस्थित अधिकारीगणों, कर्मचारीगणों को भी धन्यवाद ज्ञापित किआ।

दीपों की उस मृदु रोशनी में न केवल अंधकार मिटा, बल्कि बुजुर्गों के दिलों में भी अपनापन, सुरक्षा और स्नेह की नई किरण जगमगा उठी। महापौर सुषमा खर्कवाल ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि नेतृत्व सिर्फ पद नहीं, बल्कि संवेदना से भरा कर्म है।
उनकी इस पहल ने दीपावली को केवल उत्सव नहीं, बल्कि मानवता की उजली मिसाल बना दिया। 🌸

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