प्रयागराज महाकुंभ को सभी 13 अखाड़ों का आशीर्वाद: मुख्यमंत्री”
दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ, 09 जनवरी 2025:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारियों का निरीक्षण करते हुए कहा कि इसे सनातन के ध्वजवाहक सभी 13 अखाड़ों का आशीर्वाद प्राप्त है। खाक चौक परंपरा, दंडीबाड़ा, आचार्यबाड़ा और तीर्थ पुरोहितों की शुभकामनाएं इस महाकुंभ के साथ हैं। उन्होंने इसे एक सुव्यवस्थित और वैश्विक मानक स्थापित करने वाला आयोजन बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता पूज्य संतों के आशीर्वाद से ही संभव है। राज्य सरकार और मेला प्रशासन संतों की सभी अपेक्षाओं और आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
संतों से संवाद और धर्म ध्वजा को प्रणाम
मुख्यमंत्री ने अखाड़ों के शिविरों में पहुंचकर धर्म ध्वजा को प्रणाम किया और साधु-संतों से बातचीत की। उनका स्वागत वैदिक मंत्रोच्चार और पुष्पवर्षा के साथ किया गया। मुख्यमंत्री ने खाक चौक, दंडीबाड़ा और 13 अखाड़ों के शिविरों का भ्रमण किया। संतों ने उन्हें भगवा अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह और महाकुंभ का आमंत्रण भेंट किया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री का तिलक कर प्रसाद ग्रहण कराया।
मुख्यमंत्री ने नागा, बैरागी, उदासीन और अवधूत संतों से भेंट कर उनका कुशल-क्षेम जाना और उनकी आवश्यकताओं का निरीक्षण किया। मेला प्राधिकरण द्वारा संतों और उनके शिविरों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अखाड़ों के प्रतिनिधि संतों से वार्ता कर उनकी संतुष्टि सुनिश्चित की।
मुख्यमंत्री ने खाक चौक, सेक्टर-18 स्थित दंडीबाड़ा और सेक्टर-19 में अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने मेला प्राधिकरण को संतों की आवश्यकताओं और परंपराओं का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने सेक्टर-23 में जजेज कॉलोनी की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने स्नान पर्व की तिथियों को छोड़ अन्य दिनों में प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने और न्यायाधीशों की सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध करने के निर्देश दिए। अस्थायी आवास, शौचालय और अन्य सुविधाओं का भी निरीक्षण किया।
मोटर बोट से घाटों का भ्रमण
अरैल घाट से वीआईपी घाट तक मोटर बोट से यात्रा करते हुए मुख्यमंत्री अक्षयवट मार्ग से पांटून पुल के माध्यम से संगम लोअर मार्ग पहुंचे। यहां से खाक चौक, अखाड़ों और अन्य शिविरों का भ्रमण किया।
मुख्यमंत्री ने आयोजन की तैयारियों को संतोषजनक बताते हुए मेला प्रशासन और पुलिस को महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता बनाए रखने के लिए सतर्क रहने के निर्देश दिए।