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दैनिक इंडिया न्यूज़ ,राजकोट ।गुजरात के राजकोट में एक मैटरनिटी अस्पताल के लेबर रूम से महिला मरीजों के निजी वीडियो लीक होने का शर्मनाक मामला सामने आया है। इन वीडियो को टेलीग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर अपलोड किया गया था, जिनमें महिला मरीजों को डॉक्टरों द्वारा जांच करते और नर्सों को इंजेक्शन लगाते हुए दिखाया गया। इस घटना ने न केवल महिलाओं की गोपनीयता और सम्मान को ठेस पहुंचाई है, बल्कि अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कैसे हुआ यह साइबर अपराध?
साइबर क्राइम ब्रांच के एसीपी हार्दिक मकाडिया ने बताया कि आरोपियों ने एक टेलीग्राम ग्रुप बनाया था, जो एक यूट्यूब चैनल से जुड़ा हुआ था। इस चैनल पर अब तक सात वीडियो अपलोड किए गए थे। टेलीग्राम ग्रुप में करीब 90 सदस्य जुड़े हुए थे, और आरोपी ने लोगों से पैसे लेकर अन्य आपत्तिजनक वीडियो दिखाने का लालच दिया था। अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए वीडियो के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए गए थे।
महिला सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदम
इस मामले में बीजेपी विधायक डॉ. दर्शिता शाह ने पुलिस से मांग की है कि जल्द से जल्द इस घिनौने कृत्य की जांच कर अपराधियों को कड़ी सजा दी जाए। राजकोट के पायल अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि हो सकता है यह वीडियो उनके अस्पताल के हों, लेकिन उनका मानना है कि किसी ने सीसीटीवी फुटेज हैक कर लिए हैं।
कैसे बचें ऐसे साइबर अपराधों से?
यह घटना हमें यह सिखाती है कि हमें अपनी गोपनीयता और साइबर सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्क रहना चाहिए। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए—
✔️ अस्पतालों में सीसीटीवी की सुरक्षा को मजबूत करना जरूरी है।
✔️ संवेदनशील क्षेत्रों में कैमरों को उचित दिशा में लगाना चाहिए ताकि मरीजों की निजता बनी रहे।
✔️ अस्पतालों को अपने डिजिटल सिस्टम को साइबर सिक्योरिटी ऑडिट के माध्यम से सुरक्षित करना चाहिए।
✔️ अगर किसी को इस तरह का अनुचित कंटेंट ऑनलाइन मिले, तो तुरंत साइबर सेल या पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं।
✔️ किसी भी संदिग्ध लिंक या टेलीग्राम ग्रुप में शामिल होने से बचें।
साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत
यह मामला सिर्फ एक अस्पताल तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है। अस्पताल, प्रशासन और आम नागरिकों को मिलकर इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। महिला मरीजों की गोपनीयता से खिलवाड़ करने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।