राजधानी में आयोजित होगा विराट योग शिविर: ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ थीम पर विज्ञान, अध्यात्म और अष्टांग योग पर जेपी सिंह देंगे संदेश

दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ। 21 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राजधानी लखनऊ स्थित डॉ. एस.सी. राय पार्क (ई-पार्क) में एक विराट योग शिविर का आयोजन होने जा रहा है। यह आयोजन राष्ट्रीय सनातन महासंघ, संस्कृतभारतीन्यास अवध प्रांत ,आर डब्ल्यू ए,और वेरियस डिफेंस अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न होगा। कार्यक्रम का नेतृत्व राष्ट्रीय सनातन महासंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह (जेपी सिंह) करेंगे। यह शिविर ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ थीम पर आधारित रहेगा, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पर्यावरण और स्वास्थ्य संरक्षण के आह्वान से प्रेरित होगा।

कार्यक्रम प्रातः 5 बजे प्रारंभ होगा, जिसमें हजारों की संख्या में विभिन्न वर्गों के लोग — छात्र, बुजुर्ग, अधिकारी, समाजसेवी और कलाकार — भाग लेंगे। शिविर में सामूहिक योगाभ्यास कराया जाएगा, जिसमें सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम और ध्यान शामिल होंगे।

जेपी सिंह मीडिया को संबोधित करते हुए कहेंगे कि “सनातन धर्म का मूल तत्व ही प्रकृति और प्राणियों का संरक्षण है। धर्म हमें सिखाता है — धर्मो रक्षति रक्षितः। यदि हम धर्म की रक्षा करेंगे, तो धर्म हमारी रक्षा करेगा। इसी प्रकार यदि हम प्रकृति की रक्षा करेंगे, तो प्रकृति हमारी रक्षा करेगी।”

जेपी सिंह अष्टांग योग पर विशेष प्रकाश डालते हुए यह संदेश देंगे कि योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य का साधन नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की कला है, जिसमें विज्ञान और अध्यात्म का अद्भुत संगम है। वे यह भी कहेंगे कि योगाभ्यास से न केवल मानसिक शांति प्राप्त होती है, बल्कि यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी सुदृढ़ करेगा। वे यह बतायेंगे कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान भी इस तथ्य को प्रमाणित कर चुका है कि योग से हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अवसाद जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।

जेपी सिंह यह भी बताएंगे कि पतंजलि योगसूत्र में वर्णित अष्टांग योग — यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि — मनुष्य को आत्मसंयम, शुद्धि और परम शांति की ओर ले जाएगा। वे गीता का यह श्लोक उद्धृत करेंगे —

योगः कर्मसु कौशलम्
अर्थात् योग कर्मों में दक्षता प्रदान करेगा।

शिविर के उपरांत उपस्थितजन वृक्षारोपण का संकल्प लिया जायेगा और बृहद वृक्षारोपण होने के बाद कार्य को संपन्न किया जाएगा। इस अवसर पर यह श्लोक सामूहिक रूप से उच्चारित होगा —

वृक्षाः सदाऽस्तु जीवनाय भूमेः, वायुर्निरामयः सर्वभूतानाम्।
धर्मः सदा पालयतु पृथिवीं, योगः सुखाय भवतु प्रजायाः॥

इसका आशय होगा कि वृक्ष सदा पृथ्वी पर जीवन के लिए बने रहें, वायु सभी प्राणियों के लिए शुद्ध हो, धर्म पृथ्वी की रक्षा करता रहे और योग सबके लिए सुखदायी बने।

कार्यक्रम का उद्देश्य केवल योग का अभ्यास कराना नहीं होगा, बल्कि नागरिकों में प्रकृति और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाना भी रहेगा। आयोजक यह संदेश देंगे कि यदि हम शुद्ध वायु, शुद्ध जल और हरित पर्यावरण को सुरक्षित रखेंगे, तभी स्वस्थ जीवन संभव होगा।

अंत में जेपी सिंह नागरिकों से आह्वान करेंगे कि वे योग को जीवन का अभिन्न अंग बनाएं और पर्यावरण संरक्षण के पुनीत कार्य में सहभागी बनें।

सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित् दुःखभाग्भवेत्॥

यह शिविर लखनऊवासियों के लिए योग और पर्यावरण संरक्षण का एक प्रेरणादायी संदेश लेकर आएगा।

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