
कुशल मार्गदर्शन से राष्ट्र की विकास यात्रा को मिलेगी नई दिशा : जितेंद्र प्रताप सिंह
दैनिक इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली। राष्ट्रीय सनातन महासंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने भारत के उपराष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होने पर सी.पी. राधाकृष्णन को हार्दिक शुभकामनाएँ और अभिनंदन प्रेषित किया। उन्होंने कहा कि राधाकृष्णन का अनुभव और दूरदर्शिता राष्ट्र की विकास यात्रा को नई गति प्रदान करेगी। जितेंद्र प्रताप सिंह ने विश्वास जताया कि उनका नेतृत्व राष्ट्रीय एकता और प्रगति के लिए प्रेरणास्रोत सिद्ध होगा।
सी.पी. राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर अनुशासन, संगठन और सेवा की स्पष्ट पहचान है। आरएसएस से जुड़कर उन्होंने जनसंघ की गतिविधियों में योगदान दिया और आगे चलकर भारतीय जनता पार्टी में अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं के साथ कार्य करते हुए अपनी अलग पहचान बनाई। 1998 और 1999 में वह कोयम्बटूर से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए और संसदीय समितियों में प्रभावशाली भूमिका निभाई। उन्होंने 2003 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व किया और भाजपा के तमिलनाडु अध्यक्ष रहते हुए व्यापक स्तर पर संगठनात्मक मजबूती दी।
प्रशासनिक जिम्मेदारियों में भी उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है। कोइर बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने निर्यात को रिकॉर्ड स्तर तक पहुँचाया। झारखंड और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में राज्यपाल रहते हुए उन्होंने सक्रिय प्रशासनिक दृष्टि और संवाद की संस्कृति को बढ़ावा दिया। उनकी साफ-सुथरी छवि और सभी राजनीतिक दलों के साथ संतुलित संबंधों ने उन्हें व्यापक सम्मान दिलाया। यही कारण है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया और भारी बहुमत से विजयी कराकर यह संदेश दिया कि राधाकृष्णन जैसे दूरदर्शी, सौम्य और निष्पक्ष व्यक्तित्व वाले नेता ही भारतीय लोकतंत्र को मजबूती प्रदान कर सकते हैं।
इस पृष्ठभूमि में जितेंद्र प्रताप सिंह का यह विश्वास स्वाभाविक है कि उपराष्ट्रपति पद पर राधाकृष्णन का अनुभव और मार्गदर्शन न केवल संसद को नई ऊँचाइयाँ देगा, बल्कि राष्ट्र निर्माण की गति को भी और सशक्त करेगा।