
छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति से 4 लाख विद्यार्थियों को मिला 90 करोड़ का लाभ

दैनिक इंडिया न्यूज़ , लखनऊ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा ही वह आधार है, जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर और विकसित भारत की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। आर्थिक प्रगति का पैमाना शिक्षा से तय होता है और सतत विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति में भी शिक्षा की केंद्रीय भूमिका है।

मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति वितरण समारोह में 3.96 लाख छात्र-छात्राओं को 89.96 करोड़ रुपये की धनराशि हस्तांतरित करने के बाद बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर जरूरतमंद विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है।
योगी ने स्पष्ट किया कि शिक्षा व्यवस्था को तकनीक से जोड़ते हुए छात्रवृत्ति पोर्टल को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित वेरीफिकेशन सिस्टम और मोबाइल ऐप से जोड़ा जा रहा है। इससे विद्यार्थियों को ‘वन नेशन, वन स्कॉलरशिप’ की अवधारणा के तहत एक क्लिक में सीधे लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से अब तक करोड़ों छात्रों को 28 हजार करोड़ से अधिक की छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति पारदर्शी तरीके से उनके आधार-सीडेड खातों में भेजी गई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि दीपावली से पहले उन सभी पात्र छात्रों को छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई जाए, जिन्हें तकनीकी कारणों से लाभ नहीं मिल सका।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा से वंचित कोई भी बच्चा न रहे, यही सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि छात्रवृत्ति का उपयोग केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने में करें और समाज को नई दिशा देने का संकल्प लें।