भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की दिशा में संत समाज का अभिनंदन
दैनिक इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। छोटी दीपावली, जिसे नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है, अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होने का पर्व है। इस अवसर पर जगद्गुरु स्वामी रामानुजाचार्य अवधेश प्रपन्नाचार्य ने भारत को हिन्दू राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में समर्पित संत समाज को धन्यवाद देते हुए विशेष शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने,हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि जी महाराज,श्री कपिल मुनि महाराज आध्यात्मिक गुरु व ज्योतिषाचार्य,स्वास्थ्य गुरु डॉ राजेंद्र प्रसाद मिश्रा जी,संत/कथावाचक श्री देवकीनंदन ठाकुर, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, आचार्य डॉक्टर राजेश भाई ओझा, जगद्गुरु स्वामी योगेश्वर चार्य, अंतर्राष्ट्रीय कथा व्यास आचार्य माधुर महाराज, श्री कृष्ण जन्म भूमि न्यास के राष्ट्रीय सचिव फूलचंद्र मिश्रा, और सुधांशु जी महाराज जैसे संतों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन विभूतियों का योगदान सनातन धर्म के सिद्धांतों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण है।
स्वामी ने यह भी कहा कि जिस तरह भगवान श्रीकृष्ण ने राक्षस नरकासुर का वध कर धरती को भयमुक्त किया था, उसी तरह आज राष्ट्र को भी राष्ट्रविरोधी ताकतों का डटकर सामना करना चाहिए। हर देशवासी को धर्म और संस्कृति के रक्षक के रूप में खड़ा होना होगा, ताकि नकारात्मक ताकतें परास्त हों और समाज में शांति और स्थिरता बनी रहे।
इस वर्ष छोटी दीपावली का पर्व विशेष है, क्योंकि अयोध्या में भगवान राम के नवीन मंदिर में यह पहली दीपावली मनाई जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को शुभकामनाएं प्रेषित कीं, जबकि देशवासियों से अनुरोध किया कि वे प्रेम, एकता और दृढ़ता का भाव बनाए रखें।
स्वामी रामानुजाचार्य ने संत समाज के योगदान को भारतीय संस्कृति की रक्षा और विस्तार के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे धर्म के प्रति अपनी निष्ठा को और मजबूत करें और राष्ट्र निर्माण की दिशा में सक्रिय रहें। यह संदेश हिन्दू संस्कृति के प्रति पूर्ण समर्पण का प्रतीक है, जो एक शक्तिशाली और सुरक्षित भारत की आधारशिला रखता है।