ओमेगा 3 फैटी एसिड दिल , दिमाग और आंखों के लिए बहुत जरूरी:

ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी की वजह से हमारी स्किन ड्राई होने लगती है। नाखून टूटते हैं। नींद नहीं आने की समस्या होती है। एकाग्रता की कमी हो जाती है। किसी काम में ध्यान नहीं लगता है। अगर आपको भी ऐसी समस्या है। तो निश्चित ही शरीर में Omega 3 Fatty Acids की कमी हो गई है। जिसे आप कुछ खाद्य पदार्थों के सेवन से पूरी कर सकते हैं।

ओमेगा 3 फैटी एसिड अगर शरीर में कम हो जाता है, तो कई प्रकार की समस्याएं होती है। इसलिए इसकी पूर्ति करना जरूरी होता है। जिसे आप कुछ खाद्य पदार्थों के माध्यम से पूरा कर सकते हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड के लिए आप सोयाबीन, सोयाबीन ऑयल, दूध, राजमा, चिया सीड्स, फ्लेक्स सीड्स, अखरोट आदि का सेवन कर सकते हैं। जिसके माध्यम से आपके शरीर में इस तत्व की पूर्ति होगी और आपको होने वाली समस्या से निजात मिलेगी।

दिल दिमाग को आंखों के लिए जरूरी:

ओमेगा 3 फैटी एसिड हमारे दिल दिमाग और आंखों के लिए बहुत जरूरी होता है। इसकी कमी के कारण डिप्रेशन एंजाइटी और आंखों से संबंधित समस्याएं हो जाती है। इसकी पर्याप्त मात्रा में पूर्ति होने से यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसकी पूर्ति होने से हमारी त्वचा में चमक आने लगती है और बालों की ग्रोथ बढ़ जाती है। ओमेगा 3 फैटी एसिड के लिए आप कुछ खाद्य और पेय पदार्थों का सेवन करें।जिससे निश्चित ही आपको इस तत्व की पूर्ति होगी।

पुरुषों का स्पर्म काउंट बढ़ाएगी ये एक चीज, डाइट में करें शामिल

फर्टिलिटी की समस्या झेलने वाले पुरुषों के लिए एक खुशखबरी आई है. पार्टनर को प्रेग्नेंट करने में असमर्थ पुरुषों की फर्टिलिटी को सुधारने के लिए वैज्ञानिकों ने एक फॉर्मूला खोज निकाला है. यह रिसर्च डेनमार्क में 1,679 पुरुषों पर की गई है।

वैज्ञानिकों का दावा है कि रोजाना ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन करने से फर्टिलिटी को सुधारा जा सकता है।यदि किसी इंसान का स्पर्म काउंट 15 मिलियन प्रति एमएल से कम है तो वो ‘लो फर्टिलिटी’ का शिकार होता है जो पार्टनर को प्रेग्नेंट करने के लिए काफी नहीं है।

मेडिकल की भाषा में इस विकार को ‘ऑलिगोस्पर्मिया’ कहा जाता है. दुनियाभर में लोग इस परेशानी से जूझ रहे हैं और इसे सुधारने के लिए लोग पानी की तरह पैसा बहा देते हैं।

एक हेल्दी स्पर्म काउंट फीमेल पार्टनर को बच्चा कंसीव करने में मदद करता है. JAMA में प्रकाशित एक हालिया रिपोर्ट की मानें तो फिश ऑयल में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड इंसान स्पर्म काउंट को बेहतर बनाता है।

ओमेगा-3 फैटी एसिड पुरुषों के स्पर्म काउंट के साथ-साथ सीमेन वॉल्यूम को भी बढ़ाता है. ओमेगा-3 फैटी एसिड स्पर्म को कोन शेप में लेकर आता है जिससे उसकी उत्पादक क्षमता बढ़ जाती है. शोध में जिन 98 लोगों ने इस सप्लीमेंट का इस्तेमाल किया था उनका स्पर्म काउंट अन्य से ज्यादा बेहतर पाया गया।

इतना ही नहीं, फिश ऑयल के और भी कई फायदे शरीर को होते हैं. फिश ऑयल न सिर्फ हृदय संबंधी रोगों को शरीर से दूर रखता है, बल्कि मानसिक अवसाद और वजन कम करने में भी काफी लाभदायक है।

इंसान के दिमाग का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा फैट से ही बना होता है, जिसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड की काफी ज्यादा मात्रा होती है. इसीलिए यह हमारे ब्रेन फंक्शन को बेहतर कर मेंटल डिसॉर्डर की समस्या से निजात दिलाता है।

फिश ऑयल शरीर का वजन और तोंद कम करने का भी काम करता है. इसके अलावा नजर दृष्टि दोष की समस्या झेल रहे लोगों के लिए भी इसे रामबाण इलाज माना जाता है।

महिलाओं के लिये क्‍यों जरुरी ओमेगा-3 फैटी एसिड

अब इस बात को हर किसी ने मान लिया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड गुड कोलेस्‍ट्राल को बढाने और दिल की बीमारी को दूर रखने में बहुत मददगार होता है। यही नहीं अगर आप मोटापे का शिकार हैं तो भी यह ओमेगा 3 फैटी एसिड उसे कम करने, झुरियां रोकने और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को दूर रखने में मददगार होता है। तो ऐसे में इस पोषक तत्‍व के कई सारे स्‍वास्‍थ्‍य वर्धक गुण हैं।
हांलाकि आपको इस बारे में कोई जानकारी नहीं होगी कि यह पौष्‍टिक तत्‍व महिलाओं के स्‍वास्‍थ्‍य के लिये बहुत अच्‍छा होता है। महिलाओं के आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड होना बहुत जरुरी है क्‍योंकि यह कई हेल्‍थ प्रॉब्‍लम को दूर करता है। उदाहरण के तौर पर मासिक धर्म के दर्द को कम करने के लिये ओमेगा-3 मौजूद आहारों को खाया जा सकता है। यही नहीं जानलेवा बीमारियां जैसे स्‍तन कैंसर की रोकथाम ओमेगा 3 के सही डोज को खा कर बचा जा सकता है।

महिलाओं को आखिर ओमेगा-3 फैटी एसिड क्‍यों खाना चाहिये

आज हम इसी पर आपको जानकारी देंगे, जिससे आप समय रहते ही संभल जाएं और ब्रेस्‍ट कैंसर, पॉलिसिस्‍टिक ओवरी, पीरियड्स के समय दर्द, झुर्रियों आदि को दूर करने के लिये सेवन कर सकती हैं।
यह माना गया है कि मासिक के समय भयंकर दर्द केवल ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी से होता है, तो ऐसे में अपने आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले आहारों को शामिल कीजिये।

ब्रेस्‍ट कैंसर की रोकथाम

ओहियो स्‍टेट यूनीवर्सिटी दृारा स्‍टडी में कहा गया है कि वह मछली जिसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है, खाने से ब्रेस्‍ट कैंसर का रिस्‍क कम होता है।

पीसीओडी

इस बीमारी में समय से पीरियड्स नहीं होते तथा बच्‍चा जनने की शक्‍ति कम हो जाती है। ज्‍यादातर यह समस्‍या ट्रांस फैट की वजह से होती है। तो ऐसे में गुड कोलेस्‍ट्राल जो कि ओमेगा-3 फैटी एसिड में पाया जाता है, उसे खाने से घातक चर्बी निकल जाती है और पीरियड्स भी समय पर होने लगते हैं।

इनफर्टिलिटी

ओमेगा-3 फैटी एसिड यूट्रस के अंदर की एंडोमेट्रियल परत में ब्‍लड क्‍लाट कम करता है,‍ जो कि भ्रूण को अपने आप ही मजबूती से बनने में मदद करता है।

दिमाग बढाए

ओमेगा- 3 फैटी एसिड से दिमाग तेज बनता है। यह व्यक्ति में अवसाद, उदासी, चिंता, व्याकुलता, मानसिक थकान, तनाव, आदि मानसिक रोगों को दूर करता है।

हार्मोनल मूड स्‍विं

मूड का खराब होना शायद मासिक या मेनोपॉज की वजह से हो सकता है। देानों की केसों में ओमेगा 3 फैटी एसिड सकारात्मक विचारों को पैदा करता है और डिप्रेशन को आराम से भगाता है।

Share it via Social Media

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.