मुख्यमंत्री ने बीजेपी उ0प्र0 के पिछड़ा वर्ग के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को सम्बोधित किया

प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को
संवैधानिक मान्यता देकर इसके महत्व को बढ़ाया

हरिंद्र सिंह/डीडी इंडिया

वर्तमान सरकार ने विगत 04 वर्षों में पूर्वदशम के 30 लाख 61 हजार 85 हजार छात्र-छात्राओं को 627 करोड़ रु0 की छात्रवृत्ति तथा पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को अब तक 08 करोड़ 64 लाख की छात्रवृत्ति वितरित की

दश्मोत्तर छात्रवृत्ति में भी विगत 04 वर्ष में 69,18,683 छात्र-छात्राओं को 5378.75 करोड़ रु0 की छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि उनके खातों में सीधे उपलब्ध करायी गयी

बिस्तार

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से अब तक पौने दो लाख बालिकाओं की शादी के लिये प्रति विवाह 51 हजार की धनराशि प्रदान की गयी


लखनऊ:ः 17 अक्टूबर, 2021:ः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि शासन की योजनाएं फलीभूत होकर समाज के स्वावलम्बन का आधार बन रही हैं। यदि समाज का कोई भी व्यक्ति विपन्न रहता है, समाज में खुशहाली नहीं रह सकती। समाज की खुशहाली का आधार तभी बनता है, जब समाज के प्रत्येक व्यक्ति के पास स्वयं द्वारा एवं शासन के स्तर पर सहयोग प्रदान कर उस व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाया जा सके।


मुख्यमंत्री जी आज लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग मोर्चा के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवादी विचार-धारा में विश्वास करती है। भाजपा का मूल मंत्र भारतीय संस्कृति ही है। ‘सर्वे भवन्ति सुखिनः सर्वे संतु निरामया’। अर्थात सबके सुख की कामना सबके आरोग्यता की कामना करना है। इसी को ध्यान में रखते हुये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश को ‘सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास’ का मंत्र दिया था। उन्होंने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जाति, मजहब, क्षेत्र, भाषा के आधार पर समाज का विघटन नहीं होने देगी। सबके कल्याण के लिय कार्य करेगी। वंचित, दबे-कुचले लोगों को आवाज दी जायेगी। उनको आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किया जायेगा।


मुख्यमंत्री जी ने भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक मान्यता देकर इसके महत्व को बढ़ाया है। अब इस आयोग के द्वारा दिया गया कोई आदेश न्यायिक आदेश के रूप में माना जायेगा। उन्होंने कहा कि आज यहां पिछड़ा वर्ग मोर्चे का सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिससे समाज के वंचित एवं दबे-कुचले लोगों की आवाज को उचित मंच मिल सके। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र व प्रदेश सरकार ‘सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास’ के मूल मंत्र के साथ सभी को जोड़ते हुये आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। इसी विश्वास के साथ प्रजापति समुदाय को जोड़ते हुये सामाजिक सम्मेलन का आयोजन किया गया है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जो भी कार्य हुये हैं सबके सामने हैं। देश और प्रदेश में जिन पूर्ववर्ती सरकारों ने शासन किया था, उन सरकारों का नारा होता था, सबका साथ अपने परिवार का विश्वास। वे सरकारें स्वयं के विकास के लिये सबका साथ लेना चाहती थीं, परन्तु उनका दृष्टिकोण कभी भी परिवार से ज्यादा बढ़कर नहीं हुआ। स्वयं व स्वयं के परिवार के विकास के अलावा समाज व राष्ट्र के बारे में इन सरकारों को कोई चिन्ता नहीं होती थी। यही कारण था कि प्रदेश पिछड़ता गया, प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ती गयी, प्रदेश में बदहाली की स्थिति उत्पन्न हो गयी, प्रदेश को दंगों की आग में झोंक दिया गया था।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश में सुशासन लाने के लिये विगत 07 वर्षों में विकास का एक अभियान चलाया। देश के सभी लोगों को आवास, शौचालय, विद्युत कनेक्शन एवं निःशुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया गया। आज प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 42 लाख आवास प्रदान किये गये हैं। प्रदेश में दो करोड़ 61 लाख गरीबों के शौचालय का बनाने के बाद ग्रामीण क्षेत्र में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश सरकार राज्य के सभी 75 जनपदों में निरन्तर विद्युत की आपूर्ति कर रही है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी वर्गों के हितों के लिये प्रतिबद्ध है। राज्य में वर्ष 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही माटी कला बोर्ड का गठन किया गया। इस बोर्ड के माध्यम से प्रजापति वर्ग के हितों एवं उनकी कलाओं को सम्मान प्रदान किया जा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मिट्टी के बर्तन को इस प्रकार डिजाइन कीजिए कि आपका बर्तन प्रत्येक घर में पहुंच जाए और प्रत्येक परिवार इससे जुड़ जाए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक बीमारी का कारण बनता है। साथ ही, पर्यावरण को दूषित करती है। प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक को प्रतिबंधित कर दिया, ताकि प्रजापति समुदाय द्वारा तैयार किये गये मिट्टी के बर्तनों को बढ़ावा दिया जा सके। साथ ही, राज्य सरकार ने प्रजापति समाज के लिये निःशुल्क मिट्टी की उपलब्धता की व्यवस्था भी की है। मिट्टी के कारीगरों के कार्य को गति मिल सके। इसके लिये इनको इलेक्ट्रिक एवं सोलर चाक प्रदान किये गये हैं।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहार के दौरान बड़े पैमाने पर खरीददारी की जाती है। यह गरीब वर्ग एवं कुटीर उद्योगों में कार्य करने वाले लोगों के लिये आय का प्रमुख साधन बनती है। प्रजापति समाज द्वारा मिट्टी के बर्तन, दीये एवं गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां बनायी जाती हैं। चीन से आयातित मूर्तियों एवं पूर्ववर्ती सरकारों की नीतियों के कारण प्रजापति समुदाय की व्यावसायिक गतिविधियां कम हो गयी थीं। प्रजापति समुदाय के पास काम की कमी हो गयी थीं। उन्हें तालाबों से मिट्टी लेने पर रोक लगा दी गयी थीं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही, माटी कला बोर्ड का गठन किया गया। प्रजापति समाज को मिट्टी लेने की छूट दी गयी। प्रजापति समुदाय के संस्कारों में रचनात्मक कला है। माटी कला बोर्ड के पदाधिकारियों द्वारा गांव-गांव जाकर इस कला को प्रशिक्षण एवं अन्य माध्यमों से उभारकर समाज के सामने पुनः प्रस्तुत किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज चीन से आयातित मूर्तियां आनी बन्द हो गयी हैं। प्रजापति समुदाय द्वारा बनायी मूर्तियों का उपयोग किया जाने लगा है। दीपावली के दीपक विभिन्न डिजाइजनों में बनने लगे हैं। उन्होंने कहा कि 2017 में अयोध्या में दीपोत्सव के अवसर पर राज्य सरकार को 51 हजार दीपक भी नहीं मिल पा रहे थे। प्रदेश सरकार ने दीया निर्माण को प्रोत्साहित किया। इस वर्ष अयोध्या में 09 लाख दीपक जलाये जाएंगे। राज्य सरकार अयोध्या और इसके आस-पास के इलाकों के प्रजापति समाज के लोगों से ही दीपक खरीदने का कार्य करेगी।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि समाज का जो जीवन चक्र चलता है, वह एक दूसरे पर आश्रित होकर कार्य करता है। आज प्रजापति समुदाय से जुड़े लोग इस व्यवस्था से जुड़कर स्वयं के स्वावलम्बन के माध्यम से समाज के स्वावलम्बन का कार्य कर रहे हैं। इस जीवन चक्र के साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी जुड़ जाती है। प्रदेश का सम्मान और स्वावलम्बन भी जुड़ जाता है। प्रजापति समुदाय उसी एक माटी की कला से जुड़ा हुआ समुदाय है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 2015-16 में प्रदेश के गरीब छात्र को छात्रवृत्ति नहीं मिलती थी। वर्तमान सरकार ने विगत 04 वर्षों में पूर्वदशम के 30 लाख 61 हजार 85 हजार छात्र-छात्राओं को 627 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति वितरित की है। 2021-22 में पूर्वदशम छात्रवृत्ति योजना में अन्य पिछड़ा वर्ग के 38375 छात्र-छात्राओं को अब तक 08 करोड़ 64 लाख की धनराशि वितरित की जा चुकी है। 175 करोड़ रुपए की राशि 08 लाख छात्र-छात्राओं के लिये छात्रवृत्ति हेतु सुरक्षित रखी गयी है, क्योंकि प्रदेश में इस बार स्कूलों में प्रवेश कार्य विलम्ब से हो रहे हैं। इसको 30 नवम्बर, 2021 तक पूरा करने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि दश्मोत्तर छात्रवृत्ति में भी विगत 04 वर्ष में 69,18,683 छात्र-छात्राओं को 5378.75 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि उनके खातों में सीधे उपलब्ध करायी गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिये 64 तथा छात्राओं के लिये 38 छात्रावास संचालित हैं। प्रदेश सरकार द्वारा गरीब कन्याओं व पिछड़े वर्ग की बालिकाओं की शादी के लिये अनुदान राशि प्रदान की जाती है। साथ ही, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से अब तक पौने दो लाख बालिकाओं की शादी के लिये प्रति विवाह 51 हजार की धनराशि प्रदान की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीपावली का त्योहार आने वाला है। उसकी तैयारी के लिये माटी कला बोर्ड पूरी ताकत के साथ कार्य कर रहा है। उन्होंने प्रदेशवासियों को दीपावली की मंगल कामनाएं देते हुये विश्वास व्यक्त किया कि सभी के पास मिट्टी का एक दीपक एवं लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति घर-घर विराजमान होगी।

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