रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे मुख्य अतिथि
अटल बिहारी वाजपेई मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा भव्य आयोजन
दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ। भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जन्म शताब्दी के अवसर पर अटल बिहारी वाजपेई मेमोरियल फाउंडेशन के तत्वावधान में एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) के अटल कन्वेंशन सेंटर में संपन्न होगा। इस महत्वपूर्ण अवसर पर भारत सरकार के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गरिमामय उपस्थिति दर्ज होगी।
इस समारोह का विशेष आकर्षण प्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली संगीतमय काव्य संध्या होगी। इस काव्य संध्या का शीर्षक होगा – “अटल के राम”। डॉ. कुमार विश्वास अपनी ओजस्वी वाणी में अटल बिहारी वाजपेई के व्यक्तित्व, उनके विचारों और उनके राम के प्रति श्रद्धा को काव्य के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे।
इस काव्य संध्या में अटल बिहारी वाजपेई की कविताओं और उनके राम के प्रति समर्पण को संगीतमय प्रस्तुति के साथ साझा किया जाएगा। अटल जी की कविताएं न केवल उनके गहरे चिंतन का प्रतीक थीं, बल्कि उनकी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि को भी प्रकट करती थीं। डॉ. कुमार विश्वास की यह प्रस्तुति अटल जी के रामभक्ति और उनके अद्वितीय राष्ट्रप्रेम को जन-जन तक पहुंचाएगी।
अटल बिहारी वाजपेई, भारतीय राजनीति के गौरव स्तंभ रहे हैं। उनके नेतृत्व में देश ने अनेक ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कीं। उनकी वाणी, कविताएं और विचार आज भी देशवासियों के दिलों में बसे हैं। इस जन्म शताब्दी समारोह के माध्यम से उनकी स्मृतियों को पुनः जीवंत करने का प्रयास किया जा रहा है।
कार्यक्रम में देश के कई गणमान्य व्यक्तियों, साहित्यकारों, शिक्षाविदों और समाजसेवियों की उपस्थिति रहेगी। अटल कन्वेंशन सेंटर को इस अवसर पर विशेष रूप से सजाया जाएगा। समारोह के अंत में राष्ट्र के विकास और सांस्कृतिक उन्नयन में अटल बिहारी वाजपेई के योगदान को सम्मानित करने के लिए एक विशेष सभा का आयोजन होगा।
राष्ट्रीय सनातन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने इस आयोजन के लिए विशेष प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा, “अटल जी की स्मृतियों को सहेजने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए यह आयोजन एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉ. कुमार विश्वास की काव्य संध्या न केवल अटल जी के प्रति श्रद्धांजलि होगी, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को भी मजबूत करेगी।”
यह आयोजन अटल बिहारी वाजपेई के विचारों, उनके आदर्शों और उनके राष्ट्र प्रेम को जन-जन तक पहुंचाने का एक सार्थक प्रयास साबित होगा।