दैनिक इंडिया न्यूज़, 16 जुलाई 2024, लखनऊ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की कार्यकारणी व मान्यता समिति की महत्वपूर्ण बैठक जितेन्द्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष संस्कृतभारती न्यास, की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य 2025 की परीक्षाओं की तैयारी और मान्यता सम्बन्धी मामलों पर विचार-विमर्श करना था।
बैठक की शुरुआत सचिव शिवलाल ने सभी उपस्थित कार्यकारी सदस्यों का स्वागत कर की। उन्होंने पूर्व सूचित कार्यसूची के तहत सभी बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की। उप समितियों द्वारा लिए गए निर्णयों की पुष्टि के बाद, परीक्षा वर्ष 2025 के आयोजन हेतु महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसके तहत, पंजीकरण शुल्क की अंतिम तिथि 6 अगस्त 2024 तय की गई और फरवरी के तृतीय सप्ताह से बोर्ड परीक्षाएं प्रारम्भ करने का निर्णय लिया गया।
मान्यता समिति की बैठक श्रीशचन्द्र शर्मा, विधान परिषद सदस्य, की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई, जिसमें जितेन्द्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष संस्कृतभारती न्यास, अवधप्रान्त, विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में 12 विद्यालयों को मान्यता प्रदान की गई और डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए आवेदन भी स्वीकृत किए गए। इस निर्णय के तहत, मान्यता के लिए भू-स्वामित्व 15 वर्ष की लीज अनुमन्य करने और एनबीसी प्रमाणिकता को स्वीकार करने का निर्णय भी लिया गया।
शिवलाल सचिव ने सभी बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा के लिए समिति का धन्यवाद ज्ञापित किया। जितेन्द्र प्रताप सिंह ने भी समिति के कार्यकाल के समाप्ति के अवसर पर समस्त कार्यकारी सदस्यों, शिक्षा परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने शासन और सरकार के सहयोग से संस्कृत पठन-पाठन और भाषा उन्नयन के लिए अपनी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सहयोग भविष्य में भी बना रहे।
बैठक में संस्कृत भाषा के उन्नयन और पठन-पाठन को बढ़ावा देने के लिए अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जो भविष्य में संस्कृत शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेंगे।