अब तक राज्य में 23 करोड़ 15 लाख से अधिक वैक्सीन की डोज दी जा चुकी
हरिंद्र सिंह/डीडी इंडिया न्यूज
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हर एक व्यक्ति के जीवन को बचाना प्रदेश सरकार का दायित्व है। इस संकट और विपत्ति के समय सरकार पूरी मजबूती के साथ महामारी से बचाव के लिए हर सम्भव और आवश्यक उपाय कर रही है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण की प्रथम व द्वितीय लहर को सफलतापूर्वक नियंत्रित करने के दौरान प्रदेश में कोविड प्रबन्धन का एक मॉडल तैयार हुआ। विशेषज्ञों ने कोविड संक्रमण की द्वितीय लहर से भी खतरनाक थर्ड वेव के अगस्त-सितम्बर, 2021 में आने की आशंका व्यक्त की थी। वर्तमान में थर्ड वेव आ चुकी है। देश व प्रदेश में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। उन्हांेने विश्वास व्यक्त किया कि फर्स्ट एवं सेकेण्ड वेव की तर्ज पर राज्य सरकार थर्ड वेव को भी पूरी तरह नियंत्रित करने तथा प्रदेशवासियों का जीवन और जीविका बचाने की कार्यवाही में सफल होगी।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद गाजियाबाद के संतोष मेडिकल कॉलेज में कोविड प्रबन्धन कार्याें के निरीक्षण के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी सदी की सबसे बड़ी महामारी है। विगत पौने दो वर्षाें में कोरोना प्रबन्धन के लिए किये गये बेहतरीन प्रयासों के अच्छे परिणाम भी देखने को मिले हैं। देश व प्रदेश में हुए कोरोना प्रबन्धन की सर्वत्र सराहना हुई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उनके द्वारा विभिन्न जनपदों का भ्रमण किया जा रहा है। प्रथम व द्वितीय वेव के दौरान भी उन्होंने संतोष मेडिकल कॉलेज का भ्रमण किया था। थर्ड वेव में भी आज उन्होंने यहां कोविड प्रबन्धन का निरीक्षण किया। इससे पूर्व, उन्होंने एक कोविड वैक्सीनेशन सेण्टर का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि विगत पौने दो वर्षाें का कोविड प्रबन्धन का अनुभव वर्तमान में मददगार साबित हो रहा है। भारत सरकार के सहयोग से प्रदेश सरकार लोगों के जीवन व जीविका बचाने में सफल हो रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या एक लाख से अधिक है। जनपद गाजियाबाद में 10 हजार से अधिक कोरोना के एक्टिव मामले हैं। लेकिन अस्पतालों मंे भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या की एक प्रतिशत से भी कम है। यह दर्शाता है कि सेकण्ड वेव की तुलना में यह वेव कम खतरनाक है। किन्तु संक्रमण को देखते हुए सतर्कता व सावधानी बरतनी आवश्यक है। बुजुर्ग, बीमार, गर्भवती महिलाओं, बच्चोें को संक्रमण से हर हाल में बचाना होगा। अनावश्क भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना होगा। इसके लिए 5,500 से अधिक पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से संक्रमण के प्रति व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लोगों से सार्वजनिक एवं भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने तथा बाहर निकलना अपरिहार्य होने पर मास्क का आवश्यक रूप से उपयोग करने की अपील की जा रही है। प्रदेश में रात्रि 10 बजे से प्रातः 06 तक तात्कालिक रूप से नाइट कर्फ्यू लगाया है। 23 जनवरी, 2022 तक स्कूल और कॉलेज बन्द कर दिए गये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत में कोरोना संक्रमण के शुरुआती मामले मार्च, 2020 में आये थे। 16 जनवरी, 2021 से देश में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान प्रारम्भ हुआ। इसके अन्तर्गत 157 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। वैक्सीनेशन अभियान को आगे बढ़ाने में प्रदेश ने महत्वपूर्ण योगदान किया है। उत्तर प्रदेश कोरोना वैक्सीन की सर्वाधिक डोज देने वाला राज्य है। अब तक राज्य में 23 करोड़ 15 लाख से अधिक वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। प्रदेश में वैक्सीन की पहली डोज लेने वालों की संख्या 94 प्रतिशत तथा द्वितीय डोज लेने वालों की संख्या में लगभग 60 प्रतिशत है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद गाजियाबाद में कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज लेेने वालों की संख्या 98 प्रतिशत तथा दूसरी डोज लेने वालों की संख्या लगभग 69 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि आज उनके द्वारा 15 से 17 वर्ष के आयुवर्ग के किशोरों के कोरोना वैक्सीनेशन सेन्टर का निरीक्षण किया गया। जनपद में इस आयुवर्ग के किशोरों में वैक्सीनेशन के प्रति व्यापक जागरूकता है। जनपद गाजियाबाद में 15 से 17 वर्ष के आयुवर्ग के 01 लाख 13 हजार से अधिक किशोरों ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ले ली है। इसके अलावा, 60 वर्ष से ऊपर के को-मॉर्बिड तथा हेल्थ वर्कर्स को प्रिकॉशन डोज दी जा रही है। राज्य में 04 लाख 09 हजार से अधिक तथा जनपद गाजियाबाद में 15,611 प्रिकॉशन डोज दी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश में निःशुल्क वैक्सीन उपलब्ध करायी जा रही है। जिन लोगों ने वैक्सीन की डोज प्राप्त कर ली है, उन्होंने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश की मदद की है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि जो लोग किन्हीं कारणों से वैक्सीन नहीं ले पाए हैं, वे वैक्सीन की डोज जरूर ले लें। वैक्सीनेशन इस महामारी से सुरक्षा का सर्वोत्तम उपाय हो सकता है। इसलिए 15 वर्ष से ऊपर प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन की डोज जरूर लेनी चाहिए। इसके लिए विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश और प्रदेश में ऑक्सीजन के सम्बन्ध में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त किया जा चुका है। प्रदेश में अप्रैल, 2021 से लेकर अब तक साढ़े पांच सौ से अधिक ऑक्सीजन प्लाण्ट स्थापित किए हैं। यह सभी प्लाण्ट क्रियाशील हैं। जनपद गाजियाबाद में भी 12 ऑक्सीजन प्लाण्ट स्वीकृत हुए थे, जिनमें से 11 क्रियाशील हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड प्रबन्धन के लिए अन्य कार्य प्रारम्भ किए गए हैं। इसमें विशेष रूप से टेस्टिंग को बढ़ाना शामिल हैं। गाजियाबाद में 10,000 से अधिक टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में 72,000 निगरानी समितियां एक्टिव हैं। यह निगरानी समितियां प्रदेश में कोरोना प्रबन्धन में सरकार की सहायता कर रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधान और शहरी क्षेत्र में पार्षद निगरानी समितियों के अध्यक्ष हैं। ए0एन0एम0, आंगनवाड़ी, आशा वर्कर, राजस्व विभाग, पंचायतीराज विभाग, नगर विकास के कार्मिक भी इसके साथ जुड़े हुए हैं। इनके द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे, संदिग्ध व्यक्ति को चिन्ह्ति करके मेडिसिन किट उपलब्ध कराने और अगले 24 घण्टे के अन्दर रैपिड रिस्पॉन्स टीम भेजकर कोरोना टेस्ट करवाने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि रैपिड रिस्पॉन्स टीम लक्षणयुक्त तथा पहले से किसी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के कोविड पॉजिटिव आने पर तत्काल हॉस्पिटल पहुंचाने का कार्य कर रही है। यदि कोविड पॉजिटिव व्यक्ति में कोई लक्षण या पहले से कोई बीमारी नहीं है तथा होम आइसोलेशन में रहने की व्यवस्था है, तो ऐसे संक्रमित व्यक्ति के घर में ही उपचार की व्यवस्था हो रही है। हर जनपद में इण्टीग्रेटेड कोविड कण्ट्रोल सेण्टर के साथ-साथ सीएम हेल्पलाइन से प्रतिदिन 50,000 कॉल की जा रही है। इसके माध्यम से हर कोविड पॉजिटिव व्यक्ति की बीमारी के सम्बन्ध में प्रतिदिन जानकारी प्राप्त की जा रही है।