विद्यालय में भारी अव्यवस्था , सुपरविजन कार्य न करने पर एआरपी को निलंबित करने एवं समस्त स्टाफ को कड़ी चेतावनी के साथ वेतन रोकने के दिए निर्देश
वाचस्पति त्रिपाठी / दैनिक इन्डिया न्यूज
मऊ । जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार द्वारा नगर क्षेत्र स्थित कंपोजिट विद्यालय ख्वाजा जहांपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में भारी अव्यवस्था मिली। प्रधानाध्यापिका चिकित्सकीय अवकाश पर थी, परंतु उनकी जगह अनधिकृत महिला द्वारा शिक्षण कार्य किया जा रहा था। इस मामले में और जानकारी प्राप्त करने पर पता चला कि प्रधानाध्यापिका की उपस्थिति में भी उक्त अनधिकृत महिला द्वारा शिक्षण कर किया जाता है। जिलाधिकारी ने इस संबंध में कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रधानाध्यापिका को निलंबित करने के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान ही विद्यालय परिसर में बड़ी संख्या में बकरियां एवं मुर्गिया मिली।इसके अलावा जहां बच्चे मध्यान भोजन कर रहे थे, वहां पर अत्यंत गंदगी थी। स्कूल परिसर स्थित हैंडपंप के पास भी बहुत गंदगी थी तथा पानी निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण जल भराव की स्थिति थी। कक्षाओं के निरीक्षण के दौरान कक्षा 7 एवं 8 के बच्चे शुद्ध आलेख नहीं लिख पा रहे थे। इसके अलावा उन्हें पर्यायवाची का अर्थ,भिन्न का मतलब तथा सामान्य स्तर की भी जानकारियां नहीं थी। विद्यालय परिसर में बेहतर शैक्षणिक माहौल न होने तथा गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक कार्य न करने पर जिलाधिकारी ने विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक एवं दो शिक्षामित्रों को कारण बताओं नोटिस जारी करते हुए अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने के निर्देश दिए। विद्यालय में भारी अव्यवस्था, बेहतर शैक्षणिक माहौल न होने तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कमी के दृष्टिगत जिला अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र को भी तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करते के साथ उनका वेतन रोकने के निर्देश जारी किए।इस दौरान एआरपी चंद्रधर राय भी परिसर में घूमते पाए गए। सपोर्टिंग सुपरविजन कार्य ठीक ढंग से न करने तथा विद्यालय में अध्ययन अध्यनरत छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित न करने पर पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुए संबंधित एआरपी को निलंबित करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।