दैनिक इंडिया न्यूज़, लखनऊ – राष्ट्रीय सनातन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने समस्त देशवासियों को कार्तिक पूर्णिमा (देव दीपावली) व गुरु नानक जयंती के पावन अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। अपने संदेश में उन्होंने इन पर्वों का सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक महत्व बताते हुए समाज को इनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया है।
कार्तिक पूर्णिमा (देव दीपावली) का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा, जिसे देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, एक अनूठा पर्व है, जिसे काशी और अन्य गंगा किनारे बसे क्षेत्रों में विशेष धूमधाम से मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन देवता स्वयं धरती पर आकर दीपावली का उत्सव मनाते हैं। कार्तिक पूर्णिमा को पवित्र स्नान का विशेष महत्व है, और इस दिन लाखों दीपों से गंगा के घाटों को सजाया जाता है, जो असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है।
गुरु नानक देव जी का बलिदान और योगदान
गुरु नानक देव जी, सिख धर्म के संस्थापक, ने मानवता, सत्य और समानता के मार्ग का प्रचार किया। उनका जीवन त्याग और सेवा का प्रतीक है। उनकी जयंती, जिसे ‘प्रकाश पर्व’ कहा जाता है, उनके द्वारा दी गई शिक्षाओं और उनके आदर्शों को याद करने का विशेष अवसर है। गुरु नानक जी का जीवन समाज के लिए प्रेरणादायक है, जो सेवा, परोपकार और ईश्वर के प्रति समर्पण का संदेश देता है।
जितेंद्र प्रताप सिंह ने अपने संदेश में कहा कि ये पर्व समाज के लिए शिक्षा और प्रेरणा के स्रोत हैं और उन्होंने देशवासियों से इन पावन पर्वों का महत्व समझते हुए सद्भावना और एकता के मार्ग पर चलने का आग्रह किया।